बिहार मोतिहारी के महिला कॉलेज में छात्राओं को जागरूक कर खिलाई गईं फाइलेरिया रोधी दवा

बिहार मोतिहारी के महिला कॉलेज में छात्राओं को जागरूक कर खिलाई गईं फाइलेरिया रोधी दवा

  • प्राचार्य व शिक्षकेतर कर्मचारियों ने किया दवाओं का सेवन
  • जिले में राउंड के दौरान छूटे हुए लोगों को खिलाई जा रहीं है सर्वजन दवा

मोतिहारी। 16 मार्च
फाइलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम के तहत शनिवार को शहर के श्रीकृष्ण सिंह महिला कॉलेज के प्राचार्य व शिक्षकेत्तर कर्मचारियों सहित 617 छात्राओं को सर्वजन दवा का सेवन कराया गया। दवा सेवन कार्यक्रम का शुभारम्भ श्रीकृष्ण सिंह महिला कॉलेज के प्राचार्या प्रो. डॉ किरण कुमारी ने सर्वजन दवा सेवन करते हुए किया। उन्होंने बताया की मादा क्यूलेक्स मच्छर के काटने से यह रोग होता है जिसके कारण पांव, हाथ, जनानंग या शरीर का अंग प्रभावित होता है, इसके परजीवी स्वस्थ दिखने वाले लोगों में भी हो सकता है, इसलिए सरकार द्वारा उपलब्ध कराई जा रही सर्वजन दवाए सभी स्वस्थ व्यक्तियों को सेवन करना चाहिए तभी हाथी पांव रोग से बचाव सम्भव है। प्राचार्या प्रो. डॉ किरण कुमारी के दवा सेवन के उपरांत जागरूक कर समझाने पर छात्राओं ने उनसे फाइलेरिया रोधी दवा के बारे में जानकारी लेकर डीईसी, एल्बेंडाजोल दवाओं का सेवन किया। प्राचार्य ने बताया की पीसीआई, सेंटरफॉर एडवोकेसी एंड रिसर्च संस्था के सहयोग से कॉलेज में बूथ लगाकर सर्वजन दवा सेवन कराया गया, दवा सेवन कर सभी छात्राए व कर्मी सुरक्षित है, किसी प्रकार की समस्याएं नहीं है। वहीं महिला कॉलेज के प्रोफेसर डॉ अर्पणा ने छात्राओं को फाईलेरिया के बारे मे विस्तृत जानकारी देते हुए बताया की वर्ष मे एक बार खाए जाने वाले इस दवा को लगातार 5 वर्षो तक सेवन किया जाए तो निश्चित ही फाइलेरिया रोग से बचा जा सकता है। उन्होंने बताया की दवा का सेवन खाली पेट नहीं करना है। यह दवा दो वर्ष से कम उम्र के बच्चों, गर्भवती महिलाओं एवं गंभीर रूप से बीमार व्यक्ति को नहीं खानी है। उन्होंने उपस्थित छात्राओं व कर्मियों को बताया कि दवा सेवन के उपरांत कुछ लोगों में उल्टी, सर दर्द, जी मिचलाना जैसी शिकायतें हो सकती हैं जो स्वतः समाप्त हो जाती हैं। दवा सेवन के बाद किसी भी प्रकार के साइड इफ़ेक्ट होने पर सुरक्षा हेतु चिकित्सकों की टीम भी सहयोग को तुरंत उपलब्ध हो जाएगी।

पेशेंट सपोर्ट नेटवर्क सदस्य ने किया छात्राओं को जागरूक:

फाइलेरिया मरीज एवं दयानिधि पेशेंट सपोर्ट नेटवर्क सदस्य ज्ञान प्रकाश ने बताया की इस बीमारी का कोई इलाज नहीं है, इससे बचने के लिए सर्वजन दवा का सेवन करना चाहिए, घर के आस पास साफ सफाई रखनी चाहिए, साथ ही सोने के वक़्त मछड़दानी का प्रयोग करना चाहिए। पीसीआई डीसी मनोज कुमार ने कहा की जिले मे छूटे हुए लोगों को फॉलो अप राउंड चलाकर सर्वजन दवा सेवन कराकर हाथीपांव जैसे रोग से सुरक्षित किया जा रहा है।

मौके पर प्राचार्या प्रो. डॉ किरण कुमारी, डॉ अर्पणा, शिवांगी सिंह, डॉ अमित कुमार, डॉ चंदा कुमारी, डॉ अमृता सिंह, डॉ दीपमाला श्रीवास्तव, डॉ रंजना कुमारी, डॉ प्रीति राज,
आशा रम्भा गिरी, बिल्किश जहां एवं अन्य स्वास्थ्य कर्मी, कॉलेज कर्मी उपस्थित थे।

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