मिर्जापुर में मां विंध्यवासिनी मंदिर परिसर में रविवार की दोपहर कोरोना कर्फ्यू के दौरान अपने यजमान को दर्शन कराने लेकर जा रहे तीर्थ पुरोहित की तैनात पुलिसकर्मियों कहा सुनी हो गई, इसके बाद पुलिसकर्मियों ने पुरोहित की जमकर पिटाई कर दी, इसके बाद पुलिस और पंडा आमने-सामने आ गए, तीर्थ पुरोहितों ने विरोध जताते हुए कहा कि अधिकारियों और परिचितों को पुलिस दर्शन करा रही है, और पुरोहित बाहर से आए दर्शनार्थी को दर्शन कराने जा रहे हैं, तो उन्हें रोका जा रहा है, विरोध-प्रदर्शन को देखते हुए विंध्याचल कोतवाल ने मौके पर पहुंचकर लोगों से बात कर मामला शांत कराया, आरोप है कि एक पुलिसकर्मी ने पुरोहित का गमछा पकड़कर खींच लिया। इसको लेकर पुलिस और पुरोहित में झड़प हो गई, सूचना पर विंध्याचल कोतवाल शेषधर पांडे, धाम चौकी प्रभारी इंद्र भूषण मिश्र व धाम सुरक्षा प्रभारी रविंद्र यादव पहुंचे और बातचीत कर मामले का शांत कराया, कोतवाल ने कहा कि पुरोहित कोविड नियमों का उल्लंघन कर दर्शन कराने के लिए लेकर जा रहा था, रोकने पर उसने पुलिस पर हमला कर दिया, इस पर पुलिस ने बचाव में उसे रोका, मामले की जांच की जा रही है, मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई की जाएगी, घटना का एक वीडियो भी वायरल हुआ है, इसमें साफ दिख रहा है कि पुरोहित ने बैरिकेडिंग से दर्शनार्थियों को अंदर किया, इस पर एक पुलिए वाले ने उसका गमछा पीछे से खींच लिया, इस पर पुरोहित ने नाराजगी दिखाई तो पुलिसकर्मियों ने मिलकर उसकी पिटाई कर दी, मामले में एसपी अजय कुमार सिंह ने कहा कि कोविड गाइडलाइन के अनुसार शनिवार व रविवार को मां विंध्यवासिनी मंदिर बंद रहता है, इसके बावजूद पंडा दर्शनार्थियों को मंदिर में दर्शन करवाने के लिए ले जा रहा था, रोकने पर उसने पुलिस से हाथापाई की, इसके बाद पुलिस ने उसे बलपूर्वक रोका, प्रकरण की क्षेत्राधिकारी नगर से जांच कराई जा रही है।