सीतामढ़ी: गरीबों के लिए वरदान साबित हो रही आयुष्मान योजना
सीतामढ़ी: गरीबों के लिए वरदान साबित हो रही आयुष्मान योजना
– 2021-22 में जिले में 2300 लोगों का इलाज आयुष्मान योजना से हुआ
सीतामढ़ी, 28 जून। प्रधानमंत्री जन आरोग्य (आयुष्मान भारत) योजना सीतामढ़ी जिले में गरीब तबकों के लिए वरदान साबित हो रही है। सरकार इस योजना को लागू कर गरीब एवं समाज में पिछड़े लोगों को घर-घर तक जाकर जागरूक कर फायदा देने के लिए दृढ़ संकल्पित है। प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना का लाभ पाने वाले कई लोगों ने बताया कि अगर सरकार द्वारा मुफ्त इलाज की सुविधा नहीं मिलती तो उनकी क्या स्थिति होती वह कुछ नहीं कह सकते। इस योजना के तहत गरीब परिवारों को नई जिंदगी मिली है।
योजना से मो.गुफरान के जीवन में लौटी खुशियां-
परिहार ब्लॉक के सुतिहारा गांव के मो. गुफरान लहेरी को आयुष्मान भारत योजना से नया जीवनदान मिला। मो. गुफरान के लिए भी यह किसी वरदान से कम नहीं हैं। सड़क दुर्घटना में अपना एक हाथ पूरी तरह गंवा चुके मो. गुफरान आयुष्मान भारत योजना के कारण पूरी तरह स्वस्थ्य होकर घर लौट सके। मो. गुफरान लहेरी के पिता मो. फरमान लहेरी ने कहा कि आयुष्मान योजना के तहत यह सुविधा ना मिलती तो ना जाने उसके बेटे का क्या होता। इतने रुपये कहां से लाते बेटे के इलाज के लिए। हर रोज दिहाड़ी करके अपना व परिवार का पेट पालना ही मुश्किल है। उसके लिए ऑपरेशन का खर्च उठाना मुश्किल हो जाता। उसके इलाज पर कुल 1,25, 888 रुपया खर्च आया।
2021-22 में 2300 लोगों का इलाज योजना के तहत –
जिला कार्यक्रम समन्वयक साहेब सिंह ने बताया कि वित्तीय वर्ष 2021-22 में 2300 लोगों का इलाज इस योजना के तहत हुआ है। इसमें 2013 का इलाज निजी अस्पताल, जबकि 287 का सरकारी में हुआ। जिले में सरकारी अस्पतालों के अलावा सात निजी अस्पताल योजना के तहत इलाज के लिए चयनित किये गए हैं। पंचायत स्तर पर कर्यपालक सहायक से, वसुधा कॉमन सर्विस सेंटर, यूटीआई-आईटीएसएल केंद्र पर जाकर आयुष्मान कार्ड बनवाया जा सकता है। कार्ड बनवाने में पारिवारिक पहचान के लिए राशन कार्ड या प्रधानमंत्री का लाभार्थी परिवार के नाम पत्र एवं व्यक्तिगत पहचान के लिए आधार कार्ड आवश्यक है।
पंचायतों में विशेष शिविर का आयोजन –
साहेब सिंह ने बताया कि कार्ड बनाने के लिए जिले के सभी ग्राम पंचायतों में विशेष शिविर का आयोजन किया जाता है। योजना से संबंधित प्रचार प्रसार के लिए समय-समय पर जागरूकता अभियान भी चलाया जाता है। जागरूकता के लिये सभी चौक चौराहों, सार्वजनिक स्थल, आरटीपीएस काउंटर, प्रखंड कार्यालय व ग्राम पंचायतों में बैनर व पोस्टर लगाए गए हैं। ताकि गांव के लोगों को इसकी जानकारी मिल सके।जिला प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों द्वारा आपसी समन्वय स्थापित कर काम करने से योजना का लाभ गरीबों तक पहुंच रहा है।