नगर परिषद गठन के बाद मजदूरों को काम की कमी, शहरी क्षेत्र में मनरेगा लागू हो- खेग्रामस
*बढ़ती महंगाई का मुकाबला नहीं कर पा रहे मजदूर, समूह के हो रहे कर्जदार- ब्रहमदेव प्रसाद सिंह*
*50 हजार समूह के लोन के एवज में 1 लाख रूपये से भी अधिक चुकाना पड़ता*
*मजदूर को बिना सूद 1 लाख रूपये तक लोन दे सरकार- सुरेन्द्र*
ताजपुर /समस्तीपुर ( अब्दुल कादिर ) 20 जुलाई 2022
ताजपुर नगर परिषद बनने के बाद मजदूरों को काम की कमी का सामना करना पड़ रहा है. पहले मनरेगा में बड़ी संख्या में मजदूरों को काम मिलता था लेकिन अब वे बेकार बैठे हैं. बढ़ती महंगाई का मुकाबला करने को उन्हें उंचे ब्याज दर पर समूह से लोन लेना पड़ रहा है. यहाँ तक कि 50 हजार रुपये लोन का 1 लाख रूपये से भी अधिक चुकाना पड़ता है. ऐसे में पहले से कर्ज में दबे मजदूरों के सिर एक और कर्ज चढ़ जाता है. अंततः उसे या तो अपना घर परिवार छोड़ रूपये कमाने को दूसरे राज्यों का रूख करना पड़ता है या पुस्तैनी घर-जमीन बेचकर लोन चुकाना पड़ता है.
नगर परिषद क्षेत्र के चकमोतीपुर में ततमा एवं मल्लाह समुदाय बहुल अमरसिंह स्थान के पास आहुत खेग्रामस सदस्यता अभियान के दौरान भाकपा माले प्रखंड सचिव सुरेन्द्र प्रसाद सिंह ने लोगों से बातचीत के दौरान कहा. मौके पर ब्रहमदेव प्रसाद सिंह, राजदेव प्रसाद सिंह, ललन दास आदि मौजूद थे.
इस दौरान किसान नेता ब्रहमदेव प्रसाद सिंह ने कहा कि नगर परिषद क्षेत्र में मनरेगा समेत तमाम पंचायती राज योजना को लागू किया जाना चाहिए ताकि मनरेगा से संबंधित योजना मसलन सड़क निर्माण, आवास, नाला निर्माण, सोख्ता, पशुशेड, खरंजाकरण, उठाड़- गाड़, पुलया निर्माण आदि में पहले की तरह मजदूरों को काम मिल सके. नेताओं ने पंचायती राज योजनाओं को नगर परिषद क्षेत्र में लागू करने की मांग को लेकर आंदोलन चलाने, 6 अगस्त को प्रखंड पर किसानों के प्रदर्शन को बड़ी भागीदारी दिलाकर सफल बनाने की अपील उपस्थित लोगों से की.