बिहार/पटना। हर आठ मिनट में एक डाइबिटीज रोगी पैदा हो रहा है और आठ मिनट में ही एक डाइबिटीज से पीड़ित लोगों की मृत्यु हो रही है । …….
हर आठ मिनट में एक डाइबिटीज रोगी पैदा हो रहा है और आठ मिनट में ही एक डाइबिटीज से पीड़ित लोगों की मृत्यु हो रही है । ……. रिपोर्ट नसीम रब्बानी
बिहार/पटना।डाइबिटीज आज कितना ख़तरनाक हो गया इस बात का अंदाज इसी से लगाया जा सकता है कि हर आठ मिनट में एक डाइबिटीज रोगी पैदा होता है और उसी आठ मिनट में एक डाइबिटीज रोगी की मृत्यु हो रही है। अगर आप डाइबिटीज है तो हल्के में ना लें । हमेशा डाक्टर के सम्पर्क में रहे और दवा और डाइट का ध्यान रखें । आपकी थोड़ी सी लापरवाही से आपकी जान कर जा सकती है । डाइबिटीज आज मौत का सबसे बड़ा कारण हो गया है क्योंकि जैसे ही आप डाइबिटीज होते हैं आपकी शरीर की काम करने की क्षमता कम हो जाती है । अतः ज़रूरी है कि समय रहते हम डाइबिटीज से बचें। उक्त बातें आस्था फाऊंडेशन द्वारा आयोजित ग्रामीण चिकित्सक सम्मान सह डाइबिटीज पर चर्चा के दौरान मशहूर फिजिशियन डॉ दिबाकर तैजसवी ने कही । मशहूर आंख रोग विशेषज्ञ डा सुनिल कुमार सिंह ने कहा कि अगर किसी को डाइबिटीज होता है तो सबसे पहले उनके आंखों की रौशनी चली जाती है । अगर समय रहते आंखों का इलाज और डाइबिटीज को कन्ट्रोल नहीं किया जाए तो आदमी अंधा तक हो सकता है । मशहूर स्त्री रोग विशेषज्ञ डा नीता नाथ ने कहा कि डाइबिटीज आज तेजी से महिलाओं को अपना शिकार बना रही है। डी जी एम बंसल ने कहा कि मैं खुद डाइबिटीज होते हुए हमेशा वाक् और डाइट के द्वारा लगातार डाइबिटीज को कन्ट्रोल में रखा हुआ हुं। कार्यक्रम में पटना से सटे करीब चालीस ग्रामीण चिकित्सक को आस्था फाऊंडेशन के तरफ से सम्मानित किया गया। सम्मानित होने बाले में कुन्दन कुमार, अरविंद कुमार , डा राकेश कुमार, डा धीरज कुमार , राजेश कुमार सिन्हा , रहीश कुमार के अलावा कई ग्रामीण चिकित्सक शामिल थे । धन्यवाद ज्ञापन करते हुए संस्था के चेयरमैन निक्की सिंह ने कहा कि आस्था फाऊंडेशन हमेशा चिकित्सको को सम्मानित करती है क्योंकि ये चिकित्सक गांव में रह कर डाइबिटीज के प्रति लोगों को जागरूक करते हैं अतः इस तरह का सम्मान उनके मनोबल को बढाता है । कार्यक्रम को सफल बनाने मे संजीव कर्ण , रौशन राज और धनंजय मिश्रा ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।