बिहार, वैशाली/उपस्करो की भारी कमी से जुझ रहा उच्च विद्यालय परीक्षार्थियों को फर्श पर बैठकर परीक्षा देनी पड़ रही मजबूरी

हाल महुआ के संत कबीर उच्चतर विद्यालय नीलकंठपुर सहित अन्य का

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उपस्करो की भारी कमी से जुझ रहा उच्च विद्यालय
परीक्षार्थियों को फर्श पर बैठकर परीक्षा देनी पड़ रहीमजबूरी, हाल महुआ के संत कबीर उच्चतर विद्यालय नीलकंठपुर सहित अन्य का
महुआ, नवनीत कुमार
उच्च विद्यालयों में चल रही 10वी की फर्स्ट टर्मिनल परीक्षा गुरुवार को संपन्न हो गई। वहीं शुक्रवार से नवम की परीक्षा शुरू होगी। दसवीं में परीक्षार्थियों की संख्या कम रहने के बावजूद उन्हें उपस्कर की भारी कमी से फर्श पर बैठकर परीक्षा देनी मजबूरी बनी। जबकि 9वी में उनकी संख्या अधिक है। जिससे स्कूल प्रशासन पसोपेश में है।
यहां उच्च और उच्चतर विद्यालयों में उपस्कर की कमी के कारण परीक्षार्थियों को फर्श पर बैठकर परीक्षा देनी मजबूरी बन रही है। इस कारण लोगों के कई सवाल खड़े हो रहे हैं। यहां संत कबीर उच्चतर विद्यालय नीलकंठपुर मैं उपस्थिति कमी के कारण परीक्षार्थियों को फर्श पर बैठकर परीक्षा देने पड़ रहे है। परीक्षा के अंतिम दिन दसवीं के विद्यार्थियों ने फर्श पर बैठकर गणित और विज्ञान की परीक्षा दी। अब शुक्रवार से नवम की परीक्षा शुरू होगी जो 02 अगस्त तक चलेगी। यहां संत कबीर उच्चतर विद्यालय नीलकंठपुर के प्रभारी प्रधानाचार्य द्वारा बताया गया कि स्कूल में बेंच डेस्क की भारी कमी होने के कारण यहां छात्र छात्राओं को फर्श पर बैठा कर परीक्षा लेना मजबुरी हो रही है। बेंच डेस्क की कमी के कारण छात्र-छात्राओं को उत्तर पुस्तिका पर लिखने में दिक्कत होती है। यहां स्कूल के 06 कमरों में परीक्षा ली जा रही थी। जिसमें मात्र 3 कमरों में ही बेंच डेस्क थे। यहां प्रभारी प्राचार्य अजीत कुमार पप्पू ने बताया कि 10वी के फर्स्ट टर्मिनल परीक्षा में परीक्षार्थियों की संख्या 426 थी। जिसमें आधे के लिए ही उपस्कर है। उन्होंने बताया कि स्कूल में 66 सेट उपस्कर हैं जिससे काम चलेगा जा रहा है। विद्यार्थियों की समस्याओं को देखते हुए 220 सेट उपस्कर की मांग विभाग से पत्र लिखकर की गई है। उन्होंने बताया कि शुक्रवार से 9वी की परीक्षा शुरू होगी। जो 02 अगस्त तक चलेगी। इसमें परीक्षार्थियों की संख्या 540 होने के कारण उपस्कर की भारी कमी पड़ेगी।
सबसे बड़ी बात तो यह है कि इस विद्यालय को उच्चतर विद्यालय बनाया गया है। यहां छात्र-छात्राओं की संख्या 1123 है। यहां छात्र-छात्राओं को बैठने के लिए भी उपस्कर की भारी कमी है। मजे की बात तो यह है कि इस विद्यालय को प्लस टू की संज्ञा तो दी गई लेकिन इंफ्रास्ट्रक्चर का पता नहीं। प्लस टू के लिए यहां न तो शिक्षक हैं और ना ही कोई संसाधन। यहां प्रभारी प्रचार्य सहित कुल 10 शिक्षक और 02 परिचारी के भरोसे 1023 विद्यार्थियों की जिम्मेदारी है। हालांकि इस विद्यालय की खासियत यह है कि यहां अनुशासन और प्रशासन विद्यार्थियों के बीच है। उधर हाईस्कूल सिंघाड़ा, हरपुर मिर्जानगर, हरपुर बेलवा, बालूघाट खेसरहिया, प्रोजेक्ट बालिका उच्चतर विद्यालय महुआ, वैशाली विद्यालय महुआ आदि में भी समस्याओं का अंबार।

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