बिहार, पटना/मोहर्रम पर्व के अवसर पर हजरत इमाम हुसैन अलैह को किया याद।
मोहर्रम पर्व के अवसर पर हजरत इमाम हुसैन अलैह को किया याद।
सदियों से चली आ रही सिलसिला को पटना फतुहा के रायपुरा पठान टोली में आज भी लोग कर रहे है याद और आगे भी चलता रहेगा ऐतिहासिक
सिलसिला।
सनोवर खान / नसीम रब्बानी की रिपोर्ट
पटना:फतुहा के रायपूरा पैठान टोली मोहल्ले में सदियों से चली आ रही सिलसिला को पटना फतुहा के रायपुरा पठान टोली में आज भी लोग कर रहे है याद और आगे भी चलता रहेगा ऐतिहासिक
सिलसिला। यह पर्व बुराई पर सच्चाई की जीत का पर्व है। हजरत इमाम हुसैन अलैह सलाम जो पैगम्बर साहब के नाती (नवासे) ने इस्लाम को बचाए रखने के लिए अपने खानदान के 72 लोगों को जंग में जानिसार कर दिया, लेकिन यजीद बादशाह के हाथ में अपना हाथ नहीं दिया। उन्ही की याद में ये पर्व मनाया गया। यह त्योहार यादे हुसैन है। इस त्योहार में 9 दिन लोग 1 तारीख से लेकर 10 तारीख तक अमने यादे हुसैन में मकबूल रहे और इबादत, में लगे रहे। इस पर्व पर लोग अल्लाह के सामने माफी तलब की। मोहर्रम जैसे गमगीन पर्व के अवसर पर शिया और सुन्नी सामुदायिक के लोग सिपल ताजिया स्थापित करते है और हजरत हुसैन को याद करते है। नारे तकबीर अल्लाह हो अकबर के नारे लगाए गए और फतेया कि गई।