बिहार,वैशाली/जगह-जगह निकाला गया ताजिया जुलूस

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जगह-जगह निकाला गया ताजिया जुलूस
विभिन्न अखाड़ों पर हुआ ताजियों का मिलान, पारंपरिक हथियार के साथ सड़क उतरे मुस्लिम समुदाय के लोगों ने दिखाई करतबवाजी
महुआ, नवनीत कुमार
मुहर्रम पर मंगलवार को महुआ के विभिन्न अखाड़ों पर ताजियों का पहलाम किया गया। इस मौके पर मुस्लिम समुदाय के लोगों ने पारंपरिक हथियारों के साथ जुलूस निकाली और अपना करतबवाजी दिखाई। इस करतब बाजी में हिंदू समुदाय के लोगों ने भी भाग लिया। जिससे आपसी सद्भाव का नजारा रहा।
महुआ में पहाड़ टोला इस्लामिया अखाड़ा और जवाहर चौक स्थित मखदूमिया अखाड़े के बीच मिलान हुआ। दोनों अखारों के जुलूस को लेकर महुआ बाजार में काफी भीड़ हो गई। यह जुलूस जवाहर चौक से थाना, चौक गांधी चौक सहित विभिन्न चौक चौराहों पर घूमते हुए पुनः अखारों पर लौटी। इस दौरान जुलूस में पारंपरिक हथियारों के साथ शामिल लोगों द्वारा करतब बाजी दिखाई गई। इधर कन्हौली बाजार में भी विभिन्न अखाड़ों से निकली ताजिया जुलूस पहुंची। यहां मजिस्ट्रेट के रूप में तैनात बीडियो शिवांगी कुमारी सक्रिय रही। यहां जुलूस में दोनों समुदाय के लोगों द्वारा आपसी मिल्लत की लाठी भाजकर एकता का परिचय दिया गया। उधर जलालपुर गंगटी, हकीमपुर, मधौल, चकमजाहिद, लक्ष्मीपुर, डोगरा, सैदपुर, शेरपुर छतवारा, अबाबाकरपुर, कटिया बुजुर्ग, चांदसराय, पकड़ी, प्रेमराज, मिर्जानगर, माधोपुर सहित विभिन्न स्थानों पर भी ताजिया जुलूस निकालकर मिलान के साथ पहलाम किया गया। इस ताजिया पर दोनों समुदाय के बीच आपसी सद्भाव, सहिष्णुता और भाईचारा झलकी।
झरनी गीतों से सबका मन मोहा:
दाहा देखें गेलीअई मकईया तोड़ी लेलीअई धरी लेलथिन राजा जी के बेटबे आए हाय छोड़ दहू आहो राजा जी हमरी बहिया रोवत होइतई गोदी के बालकबे आय हाय। जुलूस में शामिल कुछ युवकों द्वारा जब यह झरनी गीत गाए गए तो पूरा माहौल भावमय हो गया। यहां कन्हौली में अखाड़े के लोगों द्वारा बताया गया कि ताजिया जुलूस में झरनी गीत गाए जाते हैं। उन्होंने यह भी बताया कि इन ताजियों का अखाड़ों पर पहलाम किया जाता है। जो लोग मनौती मांगते हैं उसे पूरा होने पर वह ताजिया चढाते हैं। इधर मुहर्रम को लेकर प्रशासनिक व्यवस्था चुस्त-दुरुस्त रही। हालांकि दोनों समुदाय के लोगों ने इस मुहर्रम पर आपसी मिल्लत का परिचय दिया।

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