सीतामढ़ी/नियमित टीकाकरण में तेजी लाने का निर्देश 

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सीतामढ़ी/नियमित टीकाकरण में तेजी लाने का निर्देश

-जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ. एके झा ने कहा- जिले में नियमित टीकाकरण अंतर्गत पूर्ण प्रतिरक्षण की वर्तमान स्थिति 92 प्रतिशत है, शत प्रतिशत करने का लक्ष्य

सीतामढ़ी।

जिले में नियमित टीकाकरण को सुदृढ़ करने के लिए स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह से तत्पर है। इसके तहत नियमित टीकाकरण में लक्ष्य प्राप्त करने का निर्देश डीआईओ डॉ. एके झा ने सभी पीएचसी प्रभारियों को दिया है। उन्होंने बताया कि जिले के सभी आशा कार्यकर्ताओं को सर्वे रजिस्टर व ड्यू लिस्ट का सत्यापन करने और घर-घर जाकर सर्वे करने का निर्देश दिया गया है,  जिससे टीकाकरण में तेजी लाई जा सके। शहरी बच्चों के टीकाकरण पर भी बल दिया जा रहा है। डॉ. झा ने कहा कि नियमित टीकाकरण स्वस्थ राष्ट्र बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण कार्यक्रम है, जो गर्भवती महिलाओं और नवजात को पांच वर्षों तक नियमित रूप से दिया जाता है। शिशुओं को दिया जाने वाला टीका शिशुओं को कई तरह की गंभीर बीमारियों से बचाने के साथ प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करता है। इसलिए नियमित रूप से बच्चों और नवजातों का टीकाकरण कराना जरूरी है।

कोल्ड चेन में वैक्सीन रख रखाव बेहतर करने के निर्देश-

नियमित टीकाकरण की स्थिति में सुधार के लिए प्रखण्ड स्तर पर कोल्ड चेन में वैक्सीन का रख रखाव बेहतर ढंग से करने के निर्देश दिये गए हैं। प्रखण्ड स्तर पर एएनएम, आशा, आशा फैसिलिटेटर की क्षमता वर्धन किया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि जिले में नियमित टीकाकरण अंतर्गत पूर्ण प्रतिरक्षण एवं सम्पूर्ण प्रतिरक्षण की वर्तमान स्थिति 92 प्रतिशत है। जिसे शत प्रतिशत करने के लिए टीकाकरण में तेजी लाने के लिए कहा गया है। विशेषकर खसरा व डिप्थीरिया आदि के मामलों के बढ़ने की आशंका पर टीकाकरण में तेजी लाई जा रही है।

समय पर नियमित टीकाकरण जरूरी-

जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ. एके झा ने बताया कि सुरक्षित प्रसव को बढ़ावा देने एवं शिशु के स्वस्थ शरीर निर्माण के लिए समय पर नियमित टीकाकरण जरूरी है। इसलिए कोविड के साथ नियमित टीकाकरण कार्यक्रम का भी आयोजन कर योग्य लाभार्थी का नियमित टीकाकरण किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि टीकाकरण बच्चों को डिप्थेरिया, काली खांसी, हेपेटाइटिस बी, टेटनेस, पोलियो, टीबी व खसरा जैसी गंभीर बीमारियों से बचाव के लिए जरूरी है। नियमित टीकाकरण के दौरान बच्चों को बीसीजी, ओपीवी, पेंटावेलेंट, रोटा वैक्सीन, आईपीवी, मिजल्स, विटामिन ए, डीपीटी बूस्टर डोज, मिजल्स बूस्टर डोज और बूस्टर ओपीवी के टीके लगाए जाते हैं।

आंगनबाड़ी केंद्रों पर टीकाकरण की व्यवस्था-

जिले में निर्धारित तिथि के अनुसार, विभिन्न आंगनबाड़ी केंद्रों पर नियमित टीकाकरण किया जाता है। कोविड प्रोटोकॉल के पालन के साथ संबंधित क्षेत्र की एएनएम द्वारा सेविका एवं आशा कार्यकर्ताओं के सहयोग से गर्भवती एवं शिशु का नियमित टीकाकरण किया जाता है। इसके अलावा जिला मुख्यालय एवं पीएचसी में भी टीकाकरण की व्यवस्था की गई है। सरकार की ओर से चलाए जाने वाले मिशन इंद्रधनुष अभियान के जरिए भी बच्चों को टीका लगाया जाता है।

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