पटना सिटी/गोविंद सिंह सदर अस्पताल के डॉक्टर मनोज कुमार भारती, व्यवसायिक चिकित्सक में अपने मन का मनमाना कार्य करते है।

मरीजो को देखने के बजाए वो अपना मोबाइल को देखकर टाइम पास कर कर ड्यूटी का कॉलम पूरा करके चले जाते है।

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गुरु गोविंद सिंह सदर अस्पताल को मिला था नया व्यवसायिक चिकित्सा अधिकारी मनोज कुमार भारती।

मरीजो को देखने के बजाए वो अपना मोबाइल को देखकर टाइम पास कर कर ड्यूटी का कॉलम पूरा करके चले जाते है।

सबसे बात यह है कि कही न कही अधीक्षक की मिली भगत तो नही की सारे डॉ यूनिफार्म में आते है और मनोज कुमार भारती बिना ड्रेस कोड के आते है और समयनुसार भी नही आते है।

 

पटना सिटी:लेकिन दिनांक 14 जुलाई 2022 को
मनोज कुमार भारती, व्यवसायिक चिकित्सक ने गुरु गोविंद सिंह सदर अस्पताल में अ धीक्षक के समक्ष अपना योगदान दिया।
लेकिन उस समय से लेकर अब तक तक डॉ मनोज कुमार भारती, व्यवसायिक चिकित्सक में अपने मन का मनमाना कार्य करते है।
बताते चलें बिहार सरकार स्वास्थ्य विभाग ने कुल 82 व्यवसायिक चिकित्सकों को लगभग 25 वर्षों के उपरांत विभिन्न चिकित्सा महाविद्यालय एवं अस्पतालों में योगदान दिलवाया है।

डॉ मनोज कुमार भारती, पद पाकर बहुत खुश हुए थे और लोगों को सेवा देने हेतु अपना वचन दिया। लेकिन ठीक उसका उल्टा देखने को मिल रहा है। 14 जुलाई से लेकर अब तक किसी भी मरीजो को नही देखा और ना ही इनके पास सूत्रों के अनुसार मरीजो का कोई डिटेल नही है। सिर्फ डिटेल है तो अगल बगल वाले मरीजो के पुर्जे का
व्यवसायिक चिकित्सक मनोज कुमार का जिम्मेदारी क्या है उनका क्या कार्य है शायद उनको नही पता। लाभ होने की बात कही गई तो थी लेकिन आज तक मनोज भारती के द्वारा लोगो यानी मरीजो को अब तक क्या लाभ मिला है।
बताते चलें व्यवसायिक चिकित्साको को बिहार सरकार ने राजपत्रित किया हुआ है।
यह सुविधा विभिन्न अस्पतालों में होने से रोगियों को भी बहुत लाभ होगा।
एक व्यवसायिक चिकित्सकों रोगियों का मूल्यांकन करने के साथ-साथ उनके नियमित कौशल, दिनचर्या, क्षमता, उनकी गतिविधियों को विभिन्न तरीके से बढ़ाते हैं।

आने वाले दिनों में जो प्रोस्थेटिक ,ऑर्थोटिक्स का उपयोग करते हैं, जो शारीरिक अक्षम ,मोटर विकार ,ऑटिज्म, अर्थराइटिस, गठिया, मस्कुलोस्केलेटल विकार, मल्टीपल स्क्लेरोसिस, सेरेब्रल पाल्सी ,पार्किंसन, सहित मस्तिष्क विकार से पीड़ित लोगों को लाभ होगा।लेकिन ये सब सिर्फ कागजों पर ही रह गया है।ये सब उल्टा देखने को मिल रहा है और मोबाइल देख के टाइम पास किया जा रहा है। सूत्रों के अनुसार अभी तक एक भी मरीजो का स्वास्थ्य लाभ अभी तक नही मिला जो बहुत जी शर्मनाक बात है।

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