बिहार,सीतामढ़ी। टीबी बीमारी को जड़ से मिटाने के लिए गांव-गांव खोजे जा रहे मरीज

0

टीबी बीमारी को जड़ से मिटाने के लिए गांव-गांव खोजे जा रहे मरीज

 

-आंगनबाड़ी केन्द्र से लेकर स्वास्थ्य केंद्रों पर जांच शिविर लगा की जा रही है लोगों की जांच

 

सीतामढ़ी। केंद्र सरकार वर्ष 2025 तक पूरे देश से टीबी बीमारी का उन्मूलन का लक्ष्य रखा है। इसी मुहिम के तहत जिलेभर में अभियान चलाया जा रहा है। इस दौरान पूरे जिले में गांव-गांव जाकर टीबी के मरीज खोजे जा रहे हैं। इतना ही नहीं सभी आंगनबाड़ी केंद्रों व स्वास्थ्य केंद्रों पर स्वास्थ्य शिविर लगाकर लोगों के टीबी बीमारी की जांच की जा रही है। इस संबंध में जिला यक्ष्मा पदाधिकारी डॉ. मनोज कुमार ने बताया कि जिले को टीबी मुक्त बनाने के लिए स्वास्थ्य विभाग प्रतिबद्ध है। टीबी उन्मूलन की दिशा में समुदाय स्तर पर लगातार अभियान चलाया जा रहा है। ईंट.भट्ठों, झुग्गी झोपड़ियों, महादलित टोलों, सुदूर ग्रामीण क्षेत्रों आदि जगह जांच शिविर लगाकर अधिक से अधिक टीबी मरीजों की खोज हो रही है।

 

टीबी उन्मूलन हेतू जिला में हो रहा जरूरी प्रयास-

 

डॉ. मनोज कुमार ने कहा कि वर्ष 2025 तक देश को पूरी तरह टीबी से मुक्त करने का लक्ष्य निर्धारित है। इसे लेकर जिला टीबी विभाग द्वारा जरूरी प्रयास किये जा रहे हैं। टीबी मरीजों की पहचान से लेकर निःशुल्क दवा वितरण एवं निक्षय योजना के तहत मरीजों को मिलने वाले लाभ को सुनिश्चित किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि सीने में दर्द होनाए चक्कर आनाए दो सप्ताह से ज्यादा खांसी या बुखार आनाए खांसी के साथ मुंह से खून आनाए भूख में कमीं और वजन कम होना आदि लक्षण अगर किसी में है तो टीबी की जांच कराएं।

 

जांच और इलाज की निरूशुल्क सुविधा उपलब्ध-

 

डॉ. मनोज कुमार ने बताया कि जिला अस्पताल से प्रखंड स्तर के स्वास्थ्य केंद्रों पर टीबी के मरीजों की जांच और इलाज की निरूशुल्क सुविधा उपलब्ध है। दवा भी मुफ्त दी जाती है। स्वास्थ्य केंद्रों पर बलगम की जांच माइक्रोस्कोप एवं टूनेट सीबीनेट मशीन द्वारा निःशुल्क की जाती है। मरीजों की जांच के उपरांत टीबी की पुष्टि होने पर पूरा इलाज उनके घर पर ही डॉट प्रोवाइडर के माध्यम से निःशुल्क की जाती है। नए  रोगी चिन्हित होने पर उनके पारिवारिक सदस्यों को भी टीबी प्रीवेंटिव ट्रीटमेंट दिया जाता है ताकि परिवार के अन्य सदस्यों में यह बीमारी नहीं फैले। उन्होंने कहा कि टीबी एक संक्रामक बीमारी है। इसे जड़ से मिटाने के लिए हम सभी को इसके खिलाफ लड़ाई लड़ने की जरूरत है।

उत्तर छोड़ दें

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा।