बिहार/ शाहपुर पटोरी(समस्तीपुर) बिहार दलित विकास समिति के तत्वाधान में मिथिलांचल दलित विकास समिति पटोरी के सभागार में “शिक्षण संवाद संगोष्ठी ” का आयोजन किया गया। संगोष्ठी की अध्यक्षता नवल भक्त (सचिव)मिथिलांचल दलित विकास समिति पटोरी ने की। संगोष्ठी का उद्घाटन परियोजना प्रबंधक श्री विनय नायक ने दीप प्रज्ज्वलित कर की ,युवा कार्यक्रम समन्वयक रविंद्र कुमार ने विषय प्रवेश कराया ।अपने उद्घाटन भाषण में श्री नायक ने कहा कि शिक्षा के बिना दलितों की स्थिति में परिवर्तन संभव नहीं है, इसलिए संस्था द्वारा जरूरतमंद बच्चों को माता सावित्री छात्र मंच गठन कर उन्हें ट्यूशन की सुविधा वर्ग 8 से दसवीं तक दी जा रही है ।उच्च स्तरीय तकनीकी शिक्षा के लिए दलित बच्चों को भी संस्था द्वारा आर्थिक सहयोग लगातार दिया जा रहा है। गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के लिए चौथी से सातवीं तक अंबेडकर प्रेरणा दल का गठन कर प्रारंभिक शिक्षा के प्रति बच्चों को प्रेरित किया जा रहा है। जिला पार्षद संजय राम ने कहा कि शिक्षा के बिना दलितों की स्थिति आज भी दैनिय है ।शोषण, अत्याचार के पीछे मूल कारण है, दलित समाज के लोग तत्कालीन लाभ के लिए अपने बच्चों को निजी कार्यों में लगा देते हैं। शिक्षा ही शक्ति है जिस जिस को अपनाकर दलित समाज का उत्थान संभव है ।इस संगोष्ठी में विभिन्न शिक्षा द्वारा शिक्षा के अधिकार, बाल सुरक्षा ,महिला शिक्षा ,चर्चा के उपरांत निष्कर्ष निकला कि प्राथमिक विद्यालयों में लगभग निर्धन परिवार के बच्चों बच्चे पढ़ने जाते हैं ।संपन्न परिवार के बच्चे अच्छे प्राइवेट विद्यालयों में जाते हैं ।गरीब बच्चों में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के लिए यूनिट के आधार पर शिक्षकों की नियुक्ति और विद्यालयों को आधुनिक तकनीक संसाधनों की व्यवस्था होना जरूरी है। इसके साथ जो बच्चे विद्यालय नहीं जाते हैं उन्हें शत प्रतिशत विद्यालय में नामांकन आवश्यक है ।शैक्षणिक जागरूकता अभियान चलाने की आवश्यकता पर भी बल दिया गया ।इस संगोष्ठी को संबोधित करने वालों में चंदेश्वर कुमार प्रखंड अध्यक्ष (अनुसूचित जाति कर्मचारी संघ) , नंदलाल राम सचिव ,जगजीवन राम ,बिंदु कुमारी, शिव प्रसाद राम, सरस्वती कुमारी ,पिंकी कुमारी, काजल कुमारी सहित अन्य लोग शामिल हैं ।