बिहार,बेतिया।स्वास्थ्य जांच में मिसाल कायम कर रहा आरबीएसके, एक माह में 27 हजार से ज्यादा बच्चों की हुई जांच
स्वास्थ्य जांच में मिसाल कायम कर रहा आरबीएसके, एक माह में 27 हजार से ज्यादा बच्चों की हुई जांच
– चर्म, दांत तथा कान में इंफेक्शन के सबसे ज्यादा मामले
– कुपोषित बच्चों में बांटे सप्लीमेंट टैबलेट
बेतिया। 11 नवंबर
राष्ट्रीय बाल सुरक्षा कार्यक्रम बच्चों के जीवन की गुणवत्ता को ऊपर उठाने में प्रयासरत है। इसके साथ ही बाल स्वास्थ्य कार्यक्रमों को समुदाय के सभी बच्चों को व्यापक स्वास्थ्य सेवाएं भी देती आ रही है। सिविल सर्जन डॉ बीके चौधरी ने बताया कि इसी क्रम में जिला आरबीएसके की टीम ने अक्टूबर महीने में कुल 27 हजार 440 बच्चों का स्वास्थ्य परीक्षण किया है, जिसमें प्रसव केंद्र पर नवजात शिशुओं में जन्म दोषों की पहचान के लिए 3 हजार सात सौ 24, आंगनबाड़ी केंद्रों पर 10 हजार छह सौ 68 तथा स्कूलों में कुल 13 हजार 48 शामिल हैं।
बच्चों में चर्म, कान और दांत के इंफेक्शन ज्यादा:
आरबीएसके के डीसी रंजन कुमार मिश्रा ने कहा कि बच्चों के स्वास्थ्य जांच के दौरान औसत बच्चों में जो सामान्य तकलीफें सामने आईं उसमें सबसे ज्यादा चर्म, कान और दांत में इंफेक्शन के मामले थे। जिन्हें तत्काल ही दूर करने का प्रयास किया गया। इसके अलावा जो बच्चों में स्वास्थ्य समस्या देखी गयी, उसमें कुपोषण, किसी खास रोग से पीड़ित तथा अन्य तरह के स्वास्थ्य समस्याओं से ग्रसित थे। कुपोषित बच्चों को सप्लीमेंट टैबलेट दिया गया है।
32 तरह के रोगों की होती है स्वास्थ्य जांच:
डीपीसी अमित कुमार गुप्ता ने बताया कि आरबीएसके के तहत कुल 32 तरह के रोगों की बिल्कुल निःशुल्क जांच होती है। जिसमें पांवों का टेढ़ा होना, तालु या ओंठ का कटा होना, सर में किसी तरह का मांस, हृदय में छेद आदि शामिल हैं।
अक्टूबर माह में स्वास्थ्य जांच में चिन्हित बच्चे:
वैसे लड़के जिन्हें किसी तरह की बीमारी है- 331
वैसी लड़कियां जिन्हें किसी तरह की बीमारी है- 352
वैसे लड़के जिनमें पोषक तत्वों की कमी है- 8
वैसी लड़कियां जिनमें पोषक तत्वों की कमी है- 15
वैसे लड़के जिनके विकास में कमियां है- 14
वैसी लड़कियां जिनके विकास में कमियां है- 14
वैसे लड़के जिन्हें दवाओं से प्रबंधित किया गया- 210