बिहार,मोतिहारी।कैंसर खोज प्रोग्राम के तहत सदर अस्पताल में जल्द खुलेगा स्क्रीनिंग सेंटर
कैंसर खोज प्रोग्राम के तहत सदर अस्पताल में जल्द खुलेगा स्क्रीनिंग सेंटर
– सदर अस्पताल मोतिहारी व पकड़ीदयाल अनुमंडल में सेंटर स्थापित करने की है योजना
– स्क्रीनिंग सेंटर खुलने से सुदूरवर्ती क्षेत्रों के लोगों को भी मिलेगा फायदा
मोतिहारी, 11 नवम्बर
स्वास्थ्य विभाग की नई पहल के अनुसार, कैंसर खोज प्रोग्राम के तहत जल्द ही मोतिहारी सदर अस्पताल में होमी भाभा कैंसर अस्पताल व अनुसंधान केंद्र खुलने जा रहा है। इस संबंध में जिले के सिविल सर्जन डॉ अंजनी कुमार ने बताया कि राज्य सरकार के निर्देशानुसार सदर अस्पताल मोतिहारी में कैंसर स्क्रीनिंग सेंटर का शुभारंभ होना है। जिसके लिए भवन, चिकित्सक, स्टाफ आदि की व्यवस्था की जा रही है। उन्होंने बताया कि सदर अस्पताल मोतिहारी व पकड़ीदयाल अनुमंडल में सेंटर स्थापित करने की योजना है। सीएस ने बताया कि कैंसर स्क्रीनिंग सेंटर खुलने से सुदूरवर्ती क्षेत्रों के लोगों को मिलेगा फायदा, उन्हें इसके लिए दूसरे जिला मुजफ्फरपुर या पटना नहीं जाना पड़ेगा।
स्तन, गर्भाशय व मुँह के कैंसर की होगी जाँच:
जिला गैर संचारी रोग पदाधिकारी डॉ पीके सिन्हा एवं डॉ स्वाति सिन्हा ने बताया कि सभी अनुमंडल में एक कैंसर स्क्रीनिंग सेंटर खोलने की योजना है. इस केंद्र के अंतर्गत जितने भी पीएचसी हैं या सीएचसी या हेल्थ एंड वैलनेस सेंटर में आरंभ में ही मुंह का कैंसर,स्तन का कैंसर गर्भाशय का कैंसर की विशेष स्क्रीनिंग की जाएगी. उन्होंने बताया कि कैंसर शरीर में कहीं भी हो सकता है. इसकी जांच के लिए सदर अस्पताल मोतिहारी एवं पकरीदयाल अनुमंडल में कैंसर स्क्रीनिंग सेंटर खोला जाएगा. डॉ सिन्हा ने बताया कि सदर अस्पताल में बन रहे नए भवन का कार्य पूरा होने पर जल्द ही स्क्रीनिंग सेंटर आरंभ कर दी जाएगी। उन्होंने बताया कि इस संबंध में 7 नवम्बर को ही एक बैठक आयोजित की गई थी जिसमें भाभा कैंसर इंस्टिट्यूट के डॉ रविकांत सिंह. उपाधीक्षक सदर अस्पताल डॉ एस एन सिंह, अस्पताल प्रबंधक भारत भूषण सहित कई चिकित्सकों व अधिकारियों ने बैठक में भाग लिया था।
लोगों में जागरुकता है जरूरी:
डॉ स्वाति सिन्हा ने बताया कि आम जनमानस में जागरूकता लानी होगी कि लोग अपने शरीर मे होने वाले असामान्य परिवर्तन को पहचानें । उन्होंने कहा कि आनेवाले समय मे 90 प्रतिशत तक मृत्यु का कारण गैर संचारी रोग ही होंगे, जिनमें मधुमेह, उच्च रक्तचाप, एवं कैंसर प्रमुख होंगे। उन्होंने बताया कि आम जनमानस में इसके प्रति जागरूकता के लिए प्रचार प्रसार की आवश्यकता है।