सत्या को मिली नई जिंदगी, एट्रियल स्पेटल डिफेक्ट से था पीड़ित
सत्या को मिली नई जिंदगी, एट्रियल स्पेटल डिफेक्ट से था पीड़ित
– चनपटिया प्रखंड का रहने वाला है सत्या
– जन्म से था दिल में छेद
रिपोर्ट नसीम रब्बानी, स्टेट हेड बिहार, तहलका न्यूज
बेतिया। मुख्यमंत्री बाल हृदय योजना के तहत वृंदावन गांव, चनपटिया के सत्या को नई जिंदगी मिली है। सत्या को 30 वें बैच में बेतिया से पटना के लिए एम्बुलेंस में रवाना किया गया था। सिविल सर्जन डॉ बीरेन्द्र कुमार चौधरी ने बताया कि सत्या की उम्र अभी लगभग चार साल है। उसे दिल में छेद के ऑपरेशन व उपचार के लिए अहमदाबाद के सत्य साईं हॉस्पिटल ले जाया गया था, जहां उसका समुचित इलाज किया गया। आरबीएसके के जिला समन्वयक रंजन मिश्रा ने बताया कि सत्या को जन्म से ही दिल की बीमारी थी। उसे एट्रियल स्पेटल डिफेक्ट हुआ था। वह आम बच्चों की तरह ज्यादा उछल कूद करने पर हांफने लगता था। उसके पिता गरीब वर्ग से आते हैं।
एक साल पहले हुई थी स्क्रीनिंग
श्री मिश्रा ने बताया कि सत्या की स्क्रीनिंग एक साल पहले आइजीआइसी में सत्य साईं हॉस्पिटल के चिकित्सकों की टीम ने किया था, जिसमें दिल में छेद की पुष्टि हुई थी। यह बीमारी जन्मजात होती है । गर्भकाल के दौरान उचित पोषण या देखभाल नहीं होने के कारण भी इस तरह के रोग जन्म के समय बच्चों में होते हैं। इसके पिता काफी गरीब परिवार से ताल्लुक रखते हैं। दिल्ली के निजी अस्पतालों में भी इलाज कराकर इसका परिवार थक चुका था।
खुद से दिल्ली में इलाज का किया प्रयास
सत्या के पिता श्यामदेव कुमार ने बताया कि हमलोगों को आरबीएसके चिकित्सकों एवं राज्य सरकार द्वारा बहुत बड़ी सहायता मिली है। वरना हमलोगों से सत्या का इलाज नहीं हो पाता। उन्होंने बताया कि हमलोगों ने खुद से दिल्ली के एक निजी अस्पताल में इलाज कराने का प्रयास किया, परन्तु खर्च सुनकर असफल रहे। निराश होकर घर वापस लौट आए। बच्चे को लेकर काफी चिंता सता रही थी। फिर मैं चनपटिया प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र गया। वहां बच्चे के बारे में सारी बातें बताई तो मुझे बताया गया कि बच्चे के इलाज के साथ ऑपरेशन में होने वाले सारे खर्च के अलावा हवाई जहाज के टिकट, अहमदाबाद में खाने से लेकर रहने तक का सारा इंतजाम सरकार द्वारा उपलब्ध कराया जाएगा। सरकार द्वारा इतनी सुविधा मिलने से मुझे बहुत खुशी हुई कि मेरे बेटे के दिल में छेद की बीमारी का इलाज सफलतापूर्वक होगा। अब मेरा बेटा पूरी तरह से स्वस्थ है।