अतिपिछड़ों को एस.सी/एस.टी. में शामिल कर मजबूती प्रदान करें केन्द्र – मदन सहनी

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अतिपिछड़ों को एस.सी/एस.टी. में शामिल कर मजबूती प्रदान करें केन्द्र – मदन सहनी
पातेपुर से मोहम्मद एहतेशाम पप्पु की रिपोर्ट।
माननीय मंत्री, श्री मदन सहनी समाज कल्याण विभाग, बिहार सरकार -सह- राष्ट्रीय अध्यक्ष, अखिल भारतीय अतिपिछड़ा महासभा बिहार, पटना ने आरक्षण अधिकार पदयात्रा के चौथे दिन जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि आरक्षण अधिकार पदयात्रा में जनसैलाब, जागरूकता एवं चट्टानी एकता को देखकर हमें आत्मविश्वास हो रहा है कि अब फूट डालो शासन करों की नीति नहीं चलेगी। भारत जैसे देश में जब अंग्रेजी हुकुमत की सरकार महात्मा गाँधी के पदयात्रा से झुक सकती है, तो आजाद भारत की सरकार क्यों नहीं? अतिपिछड़ा समुदाय आज हजारों की संख्या में पदयात्रा कर रहे है। अगर केन्द्र सरकार माननीय मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार जी के द्वारा भेजे गये अनुशंसा पत्र एवं इथनोग्राफिक रिर्पोट के आधार पर अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति में शामिल नहीं करती है तो अतिपिछड़ा समाज बहुत बड़ा जनआन्दोलन खड़ा करने के लिए एवं 2024 के लोकसभा चुनाव में मुँहतोड़ जवाब देने के लिए तैयार है।
अतिपिछड़ा समुदाय के बहुसंख्यक निषाद समाज आजादी के 75 वर्षो के बाद भी एक भी आई0ए0एस0 / आई0पी0एस0 नहीं बन पाया है। किसी उच्च न्यायालय, सर्वोच्च न्यायालय, विश्वविद्यालय सेवा, चिकित्सा सेवा इत्यादि जैसे संवैधानिक संस्थाओं के उच्च पदों पर अभी तक आसीन नहीं हो पाया है। समतामुलक विकास नहीं हो पाया है जो भारत के संविधान के बुनियादी ढ़ाँचा के विरूद्ध है।
आज आरक्षण अधिकार पदयात्रा में अतिपिछड़ा समुदाय के मल्लाह निषाद (बिंद, बेलदार, चांय, तीयर, खुलवट, सुरहिया, गोढ़ी, वनपर, केवट), नोनिया, कैवर्त, गंगोता, लोहार, पाल (गरेड़ी), माली (मालाकार), प्रजापति (कुम्हार), नाई, कानू, राजधोबी, चन्द्रवंशी (कहार, कमकर), तुरहा एवं राजभर आदि जाति के पूरे बिहार के नेतृत्वकर्तागण पदयात्रा कर रहे है। इनके किये गये कार्यों को कभी भुलाया नहीं जा सकता है। आगे आने वाला पीढ़ी इनके समर्पण एवं त्याग को सदा याद करेगा। आगे आने वाला पीढ़ी महाशक्ति के रूप में उभरेगा, नामुमकिन को मुमकिन करेगा, प्रगतिपथ पर दौड़ेगा। संसार में कुछ भी असंभव नहीं है। सिर्फ जी जान से अतिपिछड़ा समाज के लिए काम करने की जरूरत है।
एस0सी0/एस0टी0 आरक्षण अधिकार पदयात्रा का कारवॉ धीरे-धीरे पटना की ओर बढ़ते जा रहा है, जिसकी आवाज केन्द्र सरकार को सुनाई दे रहा है। अगर 2024 लोकसभा चुनाव के पहले केन्द्र सरकार आरक्षण नहीं देती है, माँगे पूरी नहीं करती है, तो भाजपा नेताओं को सामाजिक रूप से बहिष्कार किया जायेगा और अतिपिछड़ा समाज अपने वाजिब हक और अधिकार के लिये अंतिम साँस तक लड़ते रहेगा। भाजपा को सबक सिखाने का काम करेगें। माननीय प्रधानमंत्री महोदय शीर्ष पदों पर आसीन लोगों को आरक्षण देकर गर्व महसुस कर रहे हैं और अतिपिछड़ा समाज को आरक्षण देने में शर्म महसुस कर रहे है। हम अतिपिछड़ा समाज माननीय प्रधानमंत्री महोदय से कहना चाहते है कि अतिपिछड़ों को एस.सी/एस.टी. में शामिल कर मजबूती प्रदान करें, दोहरी नीति नहीं अपनाएॅ। सबका साथ सबका विकास के नारा को सफल बनाएॅ।
आज उच्च विद्यालय पारू से लगभग 500 स्थायी पदयात्री पदयात्रा करते हुए पारू हड़ताली मोड़, लालु छपरा चौक, मनिकपुर चौराहा, अभुचक, इत्यादी जगहों से होते हुए होटल द बुद्धा, वैशाली गंढ़ मेन रोड में सभी पदयात्री रात्रि विश्राम करेंगे।
इस आरक्षण अधिकार पदयात्रा में मुख्य रूप से संगठन के प्रदेश अध्यक्ष, संजय मालाकार, संगठन प्रभारी, पप्पु सिंह निषाद, रंजीत सहनी, जीत नारायण मंडल, अरूण सहनी, चन्द्रभुषण पंडित, संजय सहनी, अजय भुषण ठाकुर, अभिषेक सहनी, राजेश पाल, विरेन्द्र सहनी, शत्रुधन सहनी, विपुल राय, राम नरेश भगत, लखीन्द्र सहनी आदि भारी संख्या में नेता एवं कार्यकर्ता उपस्थित थे।

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