बिहार, सीतामढ़ी। निक्षय मित्र प्रणव बने टीबी पीड़ित के सच्चे मददगार

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निक्षय मित्र प्रणव बने टीबी पीड़ित के सच्चे मददगार

– हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर, लगमा के सीएचओ प्रणव कुमार बने जिले के पहले निक्षय मित्र, मरीज को दिया फूड पैकेट और पोषण संबंधी सामान

रिपोर्ट नसीम रब्बानी, स्टेट हेड बिहार,तहलका न्यूज़*

 

सीतामढ़ी। 22 दिसंबर

डुमरा पीएचसी अंतर्गत हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर, लगमा के सीएचओ प्रणव कुमार ने जिले के पहला  निक्षय मित्र बन उदाहरण पेश किया है। प्रणव टीबी से पीड़ित मरीज को अब पोषण से संबंधित जरूरतों को पूरा कर मदद पहुंचाएंगे। प्रणव ने टीबी बीमारी से ग्रसित भवप्रसाद की शीला देवी को गोद लिया है। उन्होंने मरीज को छह महीने तक पौष्टिक आहार उपलब्ध कराने का संकल्प लिया है। जिससे टीबी के खिलाफ  जंग को जल्द से जल्द जीता जा सके। जिला यक्ष्मा पदाधिकारी डॉ. मुकेश कुमार की उपस्थिति में गुरुवार को प्रणव ने मरीज को फूड पैकेट और पोषण संबंधित सामान मुहैया कराया । इस अवसर पर प्रणव ने आमजन सहित अधिकारी, कर्मचारी और स्वयं सेवी संगठनों से अपील की कि आर्थिक रूप से कमजोर टीबी रोग से ग्रसित मरीजों को पोषण आहार देकर इस गंभीर बीमारी की जंग को जीतने में सहयोग प्रदान करें। प्रणव ने जिला यक्ष्मा केंद्र में निक्षय मित्र पोर्टल पर अपना रजिस्ट्रेशन भी कराया है।

निक्षय मित्र के जरिये आएगा बड़ा बदलाव:

जिला यक्ष्मा पदाधिकारी डॉ. मुकेश कुमार ने कहा कि निक्षय मित्र के जरिये टीबी मरीजों को न सिर्फ आर्थिक मदद मिलेगी, बल्कि मानसिक तौर पर भी मजबूती मिलेगी। जिले में निक्षय मित्र के जरिये बड़ा बदलाव आ सकता है। इसकी शुरुआत हो चुकी है। उन्होंने लोगों से निक्षय मित्र बनकर टीबी के खिलाफ जंग को मजबूती देने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि वर्ष 2025 तक देश को टीबी मुक्त करने का लक्ष्य है। इस क्रम में प्रधानमंत्री टीबी मुक्त भारत अभियान शुरू  किया गया है। इस अभियान को जन-आंदोलन बनाने के लिए निक्षय मित्र योजना की शुरुआत की गई है। डॉ. कुमार ने कहा कि टीबी उन्मूलन अभियान को जन-आंदोलन बनाकर आमजन को बताना होगा कि इस बीमारी की रोकथाम संभव है।

स्वयंसेवी संस्था, औद्योगिक इकाई, राजनीतिक दल या व्यक्ति बन सकता है निक्षय मित्र:

डुमरा पीएचसी के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. धनंजय कुमार ने बताया कि निक्षय मित्र योजना टीबी से पीड़ित लोगों को गोद लेने की योजना है। इस योजना के तहत कोई भी स्वयंसेवी संस्था, औद्योगिक इकाई या संगठन, राजनीतिक दल या कोई भी आम व्यक्ति टीबी मरीज को गोद ले सकता है, ताकि वह इलाज में उसकी मदद कर सके और उसके लिए हर माह पौष्टिक आहार की व्यवस्था कर सके। इस अभियान के तहत निक्षय मित्र बनने वाले व्यक्ति या संस्था किसी ब्लॉक, वार्ड या जिले के टीबी रोगियों को गोद लेकर उन्हें भोजन, पोषण आदि जरूरी मदद उपलब्ध कराते हैं   । इस अवसर पर लेखापाल सह डीईओ रंजन शरण, डीपीसी रंजय कुमार, वरीय यक्ष्मा पर्यवेक्षिका श्वेतनिशा सिंह, बीएचएम निरंजन ठाकुर उपस्थित थे।

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