बलीगांव थाना के संरक्षण में चलाए जा रहे हैं फर्जी अस्पताल।
सिविल सर्जन मूकदर्शक बनकर बैठे हैं।
बलीगांव थाना के संरक्षण में चलाए जा रहे हैं फर्जी अस्पताल।![]()
सिविल सर्जन मूकदर्शक बनकर बैठे हैं।
यह बिहार सरकार के आला अधिकारी यह सब मिलकर फर्जी अस्पताल को बढ़ावा देने का कार्य कर रहे हैं।
अवैध रूप से चलाए जा रहे हैं अस्पताल।
रिपोर्ट:सनोवर खान,पटना बिहार
बिहार/हाजीपुर:इन दिनों बिहार में ऐसे कितने प्राइवेट अस्पताल अवैध रूप से चलाए जा रहे होंगे जिनका कोई गिनती भी नहीं है, क्या बिहार सरकार के पास इनका कोई रिकॉर्ड है भी या नहीं, लेकिन फिर भी बगैर लाइसेंस बगैर सर्टिफिकेट के अस्पताल खोलकर डॉक्टर लिखकर खुद का डॉक्टर बन कर अस्पताल को चलाया जा रहा है। ऐसे में कितने मरीज के घाट अब तक उतर चुके हैं ।शायद इसका गिनती गिनना मुमकिन ही नहीं नामुमकिन है ।यह ताजा मामला जिला हाजीपुर वैशाली ,पातेपुर चिकनौता चौक दरगाह बेला वार्ड नंबर 5 दरगाह बोला थाना बली गांव प्रखंड पातेपुर जिला वैशाली का मामला है। बलीगांव थाना की मिलीभगत से अवैध रूप से चलाए जा रहे हैं अस्पताल ।जबकि उन पर कई मामले दर्ज है। अब तक थाना के द्वारा नहीं किया गया कोई भी करवाई। थाना के द्वारा कहा जाता है कि बगल में अस्पताल है जब किसी का एक्सीडेंट होता है तो प्राथमिक उपचार के लिए भेज दिया जाता है ।इससे ऐसा प्रतीत होता है कि अस्पताल के द्वारा बली गांव थाना को कुछ फायदा पहुंचाने का कार्य किया जाता होगा। इसलिए अब तक उस फर्जी अस्पताल पर एफ आई आर दर्ज नहीं किया गया था। इतने सारे कंप्लेन आने के बाद भी थाना मूकदर्शक बनकर बन बैठी है ।अस्पताल के द्वारा विगत 2 सालों में सूत्रों के अनुसार तीन से चार बार नाम को बदला गया ,एवं बदलकर सुचारू रूप से चलाया जा रहा है । ऐसा इसलिए किया जाता है कि यह एक झोलाछाप डॉक्टर है। जिनका नाम डॉक्टर एनके साह, (डॉक्टर निरंजन कुमार साह)के द्वारा बिना किसी प्राप्त मानक व बिना लाइसेंस के हॉस्पिटल संचालित करने, वाकई मरीज को मौत के घाट उतारने तथा बार-बार हॉस्पिटल का नाम बदलकर पुनःबही अवैध कृत करने का कारण लगातार सुचारू रूप से चल रहा है। यह कार्य बलिगांव थाना की मिलीभगत से चलाया जा रहा है ।जैसा कि ग्रामीणों का कहना है। अस्पताल में अब तक कितने मरीजों की मौत हो चुकी है कितने एफ आई आर दर्ज हो चुके हैं कितने जांच हो चुकी है लेकिन थाना के द्वारा एफ आई आर दर्ज करना तो दूर की बात है।