आंगनबाड़ी केंद्र में नामांकित की तुलना में आधी व उससे भी कम रहती है बच्चों की उपस्थिति।
आंगनबाड़ी केंद्र में नामांकित की तुलना में आधी व उससे भी कम रहती है बच्चों की उपस्थिति।
आला अधिकारी को जानकारी रहने के बावजूद भी नहीं की जाती है कोई भी कार्रवाई। कहीं आला अधिकारी और आंगनबाड़ी केंद्र संचालक की मिली भगत तो नहीं।
पटना:समाज कल्याण विभाग द्वारा संचालित समेकित बाल विकास परियोजना पटना सदर एक मे आंगनबाड़ी केंद्र में 10 से 15 बच्चों से चलाए जा रहे हैं केन्द्र। जी हाँ जहाँ एक तरफ बिहार सरकार शिक्षा को बढ़ावा दिया जा रहा है वही दूसरी ओर शिक्षा का व्यवस्था गिरते नजर दिखाते आ रहा है। जी है यह सी डी पी ओ कार्यलय सहगद्दी मस्जिद के महज आधा किलो मीटर से एक किलो मीटर के दूरी बीo पीo एसo सी के पीछे झुग्ग्गी झोपड़ी ,केंद्र कोड संख्या 62,वार्ड संख्या 09, यूनिक कोड संख्या :10230170117 ,सेविका नीरू कुमारी, सहायिका नीतू देवी के द्वारा चलाई जा रही है। जिला प्रशासन भले ही आंगनबाड़ी केंद्र पर बड़ी संख्या में 6 साल तक की उम्र के बच्चों को पोषण के साथ प्रारंभिक शिक्षा उपलब्ध कराने की बात करें लेकिन जमीनी हकीकत इससे बिल्कुल उल्टा दिखाई देता है। यह मामला एक आंगनबाड़ी केंद्र का नही है सूत्रों के अनुसार पटना के लगभग हरेक आगंनबाडी केंद्र का है। कही कही किसी केंद्र पर आंगनबाड़ी केंद्र सुचारू रूप से चलाए जाते है। लेकिन जहाँ सुचारू रूप से नही चलाये जाते है वहाँ आला अधिकारी की जांच तो दूर करवाई भी नही की जाती।