नालंदा मेडिकल कॉलेज अस्पताल में मरीजो के इलाज के नाम पर की जा रही है खाना पूर्ति। NMCH अस्पताल में डॉ की अपनी मनमानी जब चाहे मरीजो का इलाज कर यह फिर नही करे इनको कोई बोले पूछने वाला नही है आला अधिकारी तक इनसे बोलने से डरते है।
नालंदा मेडिकल कॉलेज अस्पताल के पी जी के डॉक्टर एयर कंडीशनर में बैठ कर फरमाते है आराम। पी जी डॉ को मरीजो को इलाज से कोई मतलब नही। मरीज और मरीज के परिजनो के द्वारा बोलने पर देते है धमकी।पैरबी से आये है यहाँ तो पैरवी वाले का यह इलाज होगा नही तो आप अपने किसी जगह खली बेड देख कर पड़े रहिए।
सनोवर खान ब्यूरो रिपोर्ट पटना
पटना सिटी:नालंदा मेडिकल कॉलेज अस्पताल में मरीजो के इलाज के नाम पर की जा रही है खाना पूर्ति। मरीजो के इलाज के नाम पर की जाती जानबरो से भी बत्तर। दलालो के चंगुल में फंसा है NMCH। डॉक्टर का कहना है कि इलाज करना हमारा काम है। खून चढ़ाना ,पानी चढ़ाना सुई देना सब नर्से का काम है एक नो0 और पांच नो0 अगर ऐसी स्थति में मरीजो के साथ कुछ होनी यह घटना घटती है तो इसका जिम्मेदार कौन होगा डॉक्टर यह अस्पताल प्रशासन। जब इस सब मामले को लेकर पत्रकार ने पी जी डॉ से बात की तो कहा कि हमारा काम इलाज करना आगे का कार्य अलग अलग नर्स करेंगे। और यहाँ बेड की कमी है आप को जहाँ चाहे वहाँ बोल सकते है लिख सकते है हमको कोई फर्क नही पड़ता। तब मरीज न अपना आधा इलाज कराए ही अपने फर बापस लौट आये अगर मरीज को अगर कुछ होता है तो इसकी जिम्मेदारी किसकी होगी डॉक्टर,अधीक्षक,अस्पताल प्रशासन यह फिर स्वास्थ्य मंत्री। मरीज के द्वारा डॉ को कहा गया कि हमारा सेलाइन और दवा वाला पानी खत्म हो गया है तो उसको हमारे हाथ मे लगा दीजिए तो पी जी डॉ ने जवाब दिया कि ये सब हमारा काम नही है जाओ किसी भी नर्स को पकड़वा कर लगवा लो यह फिर एक नो0 कमरा में यह फिर पांच नो0 कमरा से किसी नर्स को बुलवा के लगवा लो तो इस तरह से मरीज को लगातार इधर से उधर तो उधसर से इधर लगवाया गया आखिर में मरीज ने अपना आधा इलाज करवा कर घर चला गया।