कायाकल्प सर्टिफिकेशन को लेकर शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में हुई बैठक
- साफ-सफाई, जैव चिकित्सा अपशिष्ट, रिकॉर्ड व मूल्यांकन पर हुई चर्चा
- तय मानक प्राप्त अस्पतालों को मिलता है कायाकल्प पुरस्कार
- सर्टिफिकेशन को लेकर सरकार के 8 मानकों पर सतत कार्य किया जा रहा है
बेतिया, 12 अगस्त
शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बगहा 2 में कायाकल्प सर्टिफिकेशन की तैयारी को लेकर प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ राजेश कुमार की अध्यक्षता में बैठक का आयोजन किया गया। जिसमें वित्तीय वर्ष 2024 -25 में यूपीएचसी / पीएचसी बगहा 2 को कायाकल्प पुरस्कार दिलाने के उद्देश्य से स्वास्थ्य कर्मियों की बैठक की गई जिसमे प्रभारी द्वारा स्वास्थ्य केंद्र के गुणवत्ता एवं मूल्यांकन में अस्पताल का रख- रखाव, साफ सफाई तथा जैव चिकित्सा अपशिष्ट प्रबंधन, रजिस्टर रिकॉर्ड एवं अस्पताल कर्मियों की क्षमता वर्धन पर विशेष चर्चा की गई। डॉ.अरशद कमाल ने बताया कि कायाकल्प सर्टिफिकेशन हेतु आवश्यक है कि चिकित्सकों व स्वास्थ्य कर्मियों की समय पर ड्यूटी हो। सभी मिलकर व्यवस्था के सुधार हेतु अथक प्रयास करें। अस्पताल में आए मरीजों को स्वच्छ वातावरण में उचित इलाज मुहैया कराया जा सके इस पर ध्यान दें।
तय मानक प्राप्त अस्पतालों को मिलता है कायाकल्प पुरस्कार:
पीएसआई के डीसी प्रताप सिंह कोश्यारी ने बताया कि कायाकल्प कार्यक्रम के तहत सरकारी अस्पतालों की गुणवत्ता के मूल्यांकन के लिए कुछ मानक तैयार किये गए हैं। तय मानकों को प्राप्त करने के बाद योग्य अस्पतालों को कायाकल्प कार्यक्रम के तहत चयनित और पुरस्कृत करने का प्रावधान किया गया है।
कायाकल्प सर्टिफिकेशन को लेकर बगहा अस्पताल सरकार के 8 मानकों पर सतत कार्य कर रहा है। उन्होंने बताया कि कायाकल्प योजना के तहत अस्पतालों के लिए 50 मानक निर्धारित किये गये हैं। कायाकल्प के तहत स्वास्थ्य विभाग की टीम इन सुविधाओं का सर्वे करते हुए बेहतर परफार्मेंस के आधार पर निर्णय लेती है। निर्धारित सुविधाओं में मुख्य रूप से अस्पताल में साफ-सफाई का इंतजाम, बायोमेडिकल वेस्ट मैनेजमेंट, रजिस्ट्रेशन काउंटर, हॉस्पिटल इंफेक्शन प्रिवेंशन मैनेजमेंट रिकार्ड कीपिंग, मेडिसिन डिस्ट्रीब्यूसन, मरीज व स्टाफ के बीच परस्पर व्यवहार, सर्पोट सर्विस सहित अन्य शामिल हैं। मौके पर जिला सलाहकार गुणवत्ता यकीनन डॉ.आलोक कुमार, शहरी जिला स्वास्थ्य सलाहकार चंद्र किशोर, पीएसआई के जिला प्रतिनिधि प्रताप सिंह कोश्यारी, सतीश कुमार एवं अस्पताल के सभी कर्मचारी उपस्थित थे।