बाल हृदय रोग से ग्रसित जिले के 05 बच्चे इलाज हेतु रवाना
- सत्य साई हॉस्पिटल अहमदाबाद में होगी बच्चों के हृदय की शल्य चिकित्सा
- आरबीएसके के तहत 43 प्रकार की बीमारियों की होती है जाँच
मोतिहारी, 21 फ़रवरी
जिले में मुख्यमंत्री बाल हृदय योजना के तहत मोतिहारी सदर पीएचसी से ह्रदय रोग की गंभीर समस्या से पीड़ित 05 बच्चों को सीएस डॉ श्रवन कुमार पासवान की मौजूदगी में एम्बुलेंस से आईजीआईसी पटना भेजा गया। जहाँ से बच्चे ह्रदय की शल्य चिकित्सा हेतु अहमदाबाद जाएंगे। मौके पर सीएस डॉ पासवान ने बताया कि 169 बच्चों की स्क्रीनिंग कराई जा चुकी है जिनमें 55 बच्चों की शल्य चिकित्सा सफलतापूर्वक कराया जा चुकी है। उन्होंने बताया की आज 5 बच्चे पटना आईजीआईसी भेजे गए हैं जहाँ से बच्चों को शल्य चिकित्सा हेतु श्री सत्य साई हार्ट हॉस्पिटल, अहमदाबाद भेजा जाएगा।
उन्होंने बताया कि जिले के जन्मजात हृदय रोग से ग्रसित बच्चों में अर्पणा कुमारी- पिपरा 12.5 वर्ष, उमंग कुमार-सुगौली 11 वर्ष, अमन कुमार-कल्याणपुर 17.5 वर्ष, गुफरान अली 11 वर्ष, अंकिता कुमारी 15 वर्ष सदर प्रखंड मोतिहारी को आवश्यक कागजात के साथ एंबुलेंस से रवाना किया गया। आरबीएसके जिला समन्वयक डॉ मनीष कुमार ने बताया कि जिले में स्क्रीनिंग के दौरान हृदय रोग से ग्रसित बच्चों को चिन्हित किया गया है।
कैम्प लगाकर होती है स्क्रीनिंग:
जिले के आरबीएसके चिकित्सक डॉ खालिद अख्तर और डॉ शिल्पी श्रीवास्तव ने बताया कि राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम (आरबीएसके) के तहत 43 प्रकार की बीमारियों की जाँच चिकित्सकों द्वारा निःशुल्क रूप से आंगनबाड़ी केंद्रों, विद्यालयों व अन्य स्थानों पर कैम्प लगाकर समय समय पर की जाती है। जाँच के दौरान कुछ बच्चों में हृदय रोग से संबंधित लक्षण दिखाई देने पर उन्हें जिले के अस्पताल में स्क्रीनिंग की जाती है। उसके बाद ह्रदय रोग से पीड़ित बच्चों को उनके माता-पिता और जरूरी कागजातों के साथ निःशुल्क एम्बुलेंस पटना और उसके बाद विमान से श्री सत्य साइ हॉस्पिटल, अहमदाबाद भेजा जाता है। अस्पताल में बच्चों एवं अभिभावक के रहने, भोजन, इलाज का सारा खर्च राज्य सरकार द्वारा वहन किया जाता है। इस मौके पर सीएस डॉ श्रवण कुमार पासवान, जिला समन्वयक डॉ मनीष कुमार, डॉ खालिद अख्तर, डॉ शिल्पी श्रीवास्तव, अस्पताल प्रबंधक संध्या कुमारी, फार्मशिस्ट व अन्य स्वास्थ्यकर्मी उपस्थित थे।