ग़ाज़ीपुर, उत्तर प्रदेश:मुख्तार अंसारी के भाई अफ़ज़ाल अंसारी ने कहा, “मुख्तार अंसारी ने खुद न्यायालय में आरोप लगाया था कि उन्हें जहर दिया जा रहा है। कोर्ट ने इसका संज्ञान भी लिया और रिपोर्ट भी मांगी। हमने जेल के अधीक्षक से इलाज के लिए कहा था… उन्होंने हमें इलाज का आश्वासन दिया था… 20 तारीख को रात में मेरी बात हुई थी… 26 तारीख को सुबह हमें सूचना मिली कि मुख्तार अंसारी को मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है। यह साधारण बात नहीं है क्योंकि उन्होंने जहर दिए जाने की आशंका व्यक्त की थी… हम जब उनसे मिलने पहुंचे तब उन्होंने कहा कि उन्हें 19 तारीख को जहर दिया गया है… हमने डॉक्टरों से इलाज के बारे में पूछा तो उन्होंने कहा कि एक्सरे, अल्ट्रासाउंड कराया गया है… 2 घंटे बाद मुख्तार को फिट बताकर व्हीलचेयर पर बैठाकर जेल पहुंचा दिया गया… जब मृत्यु हुई तो उन्होंने कहा कि कार्डियाक अरेस्ट हुआ है… सब मिलीभगत है, अगर हार्ट अटैक भी हुआ है तो उसकी वजह है कि उसे जहर दिया गया था। हालां कि मुख़्तार अंसारी के पोस्टमार्टम के बाद अभी एक जांच और विसरा की होगी जिस से मौत के कारणों का सही से पता चल पाएगा। मुख्तार के दिल विसरा की जांच लखनऊ में होगी दिल और विसरा की जांच के लिए विधि विज्ञान प्रयोगशाला लखनऊ भेजा गया बांदा मेडिकल कॉलेज में डॉक्टरों के पैनल ने किया था मुख्तार अंसारी का पोस्टमार्टम परिजनों के आरोप लगाने के मामले में लखनऊ विधि विज्ञान प्रयोगशाला में भी होगी जांच पोस्टमार्टम के बाद सुरक्षित किया गया था मुख्तार अंसारी का दिल और विसरा