बिहार मुज़फ्फरपुर में एईएस में कर्तव्य से विमुख होने पर किसी भी कर्मी पर होगी करवाई
- अनुपस्थित होने पर नपेंगे चिकित्सक
- पंचायत स्तर पर हो चुकी है वाहनों कि टैगिंग
मुजफ्फरपुर। 4 अप्रैल
जिला पदाधिकारी सुब्रत कुमार सेन की अध्यक्षता में एईएस समन्वय समिति की बैठक समाहरणालय सभागार में गुरुवार को सम्पन्न हुई। बैठक को संबोधित करते हुए जिलाधिकारी ने जिला मुख्यालय से लेकर प्रखण्ड मुख्यालय तक के सभी चिकित्सा पदाधिकारी एवं कर्मियों को पूरी जवाबदेही एवं तत्परता से मिशन मोड में कार्य करने तथा पंचायतों से संबद्ध पदाधिकारी को संबंधित पंचायत में प्रत्येक शनिवार को आयोजित संध्या चैपाल में जागरूकता कार्यक्रम को गति प्रदान करने हेतु बच्चों के प्रति मानवीय आधार पर संवेदनशील होकर निश्चित रूप से भाग लेने का निर्देश दिया। साथ ही इस महत्वपूर्ण कार्य से अनधिकृत रूप से अनुपस्थित रहने वाले पदाधिकारियों का वेतन स्थगित करने का भी निर्देश दिया। जिला भीबीडीसी पदाधिकारी डॉ सतीश कुमार ने बताया कि सभी प्रखण्डों में एईएस वार्ड को पूरी तौर पर तैयार रखा गया है।
सिविल सर्जन को सभी प्रखण्ड चिकित्सा पदाधिकारी एवं चिकित्सा कर्मियों की उपस्थिति एवं उसके कार्याें की सतत् एवं प्रभावी माॅनिटरिंग करने एवं जिलाधिकारी को अवगत कराते रहने का निदेश दिया। बच्चों के रेफरल सिस्टम को मजबूती प्रदान करने हेतु प्रखण्डों में वाहनों का पंचायत स्तर पर टैगिंग किया गया है, जिसमें दोपहिया एवं चार पहिया वाहनों को तैयार अवस्था में रखने तथा सरकारी स्तर पर दूरी के अनुसार भुगतान की समुचित व्यवस्था करने का निदेश दिया। जिलाधिकारी ने प्रखण्ड स्तर के सभी अधिकारियों को अपने मुख्यालय में ही बने रहने तथा एईएस कार्य के प्रति सक्रिय एवं तत्पर रहने को कहा। उन्होंने आशा कार्यकर्ता एवं आंगनबाड़ी सेविका सहायिका को पारासिटामोल एवं ओआरएस का कीट उपलब्ध कराने तथा वितरण से संबंधित प्रखण्डवार रिपोर्ट प्राप्त करने का निर्देश दिया। जिलाधिकारी ने जिला स्तर पर गठित कन्ट्रोल रूम से नियमित अनुश्रवण कर सूचना प्राप्त करने तथा उससे अवगत कराने का निर्देश दिया। बैठक में उप विकास आयुक्त, अपर समाहर्ता, अपदा प्रबंधन, अपर समाहर्ता विधि व्यवस्था, सिविल सर्जन, जिला वीबीडीसी पदाधिकारी सह एसीएमओ डॉ सतीश कुमार, डीपीओ आईसीडीएस, डीपीएम जीविका सहित कई अन्य जिला स्तरीय अधिकारीगण उपस्थित थे। प्रखण्डों से प्रखण्ड विकास पदाधिकारी एवं अंचलाधिकारी, प्रखण्ड चिकित्सा पदाधिकारी, प्रखण्ड कार्यक्रम प्रबंधक, जीविका सहित अन्य अधिकारीगण विडियो काॅन्फ्रेसिंग से जुड़े थे।