वीर कुंवर सिंह की जयंती विजयोत्सव के रूप में मनायी गई।
गोरौल प्रखंड स्थित आरपीसीजे उच्च माध्यमिक विद्यालय बेलवरघाट में स्वतंत्रता संग्राम के महानायक बाबू वीर कुंवर सिंह की जयंती मनायी गयी । इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम की अध्यक्षता विद्यालय के प्रभारी प्रधानाध्यापक अरविंद कुमार शरण ने की जबकि संचालन शिक्षक उमेश कुमार प्रसाद सिंह ने किया। सर्वप्रथम उपस्थित लोगों ने बाबु वीर कुंवर सिंह के तैलीय चित्र पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धा सुमन व्यक्त किये । इस अवसर पर बच्चों को संबोधित करते हुए विद्यालय के प्रभारी प्रधानाध्यापक अरविंद कुमार शरण ने कहा कि वास्तव में बाबू वीर कुंवर सिंह स्वतंत्रता संग्राम के महानायक थे । इन्होंने देश की आजादी के लिए अपना सबकुछ न्यौछावर कर दिया । आज वे हमारे बीच में नहीं हैं लेकिन यह वैसे वीर सपूत थे जिन्होंने अंग्रेजों के छक्के छुड़ा दिए । हमें उनके विचारों से सीख लेनी चाहिए । इस अवसर पर अपने कार्यक्रम के संचालन के क्रम में शिक्षक उमेश कुमार प्रसाद सिंह ने कहा कि बाबू वीर कुंवर सिंह की जयंती को हम लोग विजयोत्सव के रूप में मनाते हैं । इनका जन्म 13 नवंबर 1777 इसवीं में हुआ था जबकि 26 अप्रैल 1858 ई को मृत्यु हुई थी। सन 1857 के प्रथम भारतीय स्वतंत्रता संग्राम की सिपाही और महानायक थे । अन्याय विरोधी व स्वतंत्रता प्रेमी बाबू कुंवर सिंह कुशल सेनानायक थे । इनको 80 वर्ष की उम्र में भी लड़ने तथा विजय हासिल करने के लिए जाना जाता है। 80 साल की उम्र में वीर कुंवर सिंह ने भोजपुर की धरती पर अंग्रेजी शासकों के छक्के छुड़ा दिए थे। अंग्रेजों की लाख कोशिश के बावजूद भी भोजपुर लंबे समय तक स्वतंत्र रहा । 23 अप्रैल का दिन उनके विजयोत्सव के रूप में मनाया जाता है । इस अवसर पर सीमा कुमारी ,कुमार चंदन,नीतू कुमारी, राकेश कुमार, उमेश कुमार, रामबाबू राम ,सुरभि कुमारी, जय कृष्ण पाठक, राहुल कुमार चौधरी ,मोहम्मद जमालुद्दीन, अजीत कुमार, पूर्णिमा कुमारी, पूजा रानी ,सुषमा कुमारी एवं पंकज कुमार उपस्थित रहे।