बिहार बेतिया मे विश्व मलेरिया दिवस पर स्वास्थ्य कर्मियों ने निकाली जागरूकता रैली

- स्कूल के बच्चों, जीविका दीदियो, आमजनों को दिए गए स्वच्छता का संदेश
- रात्रि में मछड़दानी का प्रयोग आवश्यक – डॉ हरेंद्र कुमार
- सभी पीएचसी में मलेरिया की जांच व इलाज की सुविधाएं उपलब्ध है
बेतिया, 25 अप्रैल
विश्व मलेरिया दिवस के अवसर पर लोगों को जागरूक करने के उद्देश्य से जिले के बेतिया, मझौलिया, समेत कई स्वास्थ्य केन्द्रों पर आशा कार्यकर्त्ताओं व स्वास्थ्य कर्मियों के द्वारा बैनर के साथ नारा लगाते हुए जागरूकता रैली निकाली गईं। वहीं शिक्षा विभाग, पीसीआई संस्था के सहयोग से स्कूल के बच्चों को मलेरिया से बचाव हेतु जागरूक किया गया साथ ही शपथ दिलायी गयी है कि वे अपने परिवार के सदस्यों के साथ और आस- पास के लोगों को भी इस बिमारी से बचाव हेतु लोगों को जागरूक करें और मलेरिया के लक्षण दिखाई देने पे तुंरत नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र पर जाके दिखाएं। जीविका के बैरिया ब्लॉक के बीपीएम पंकज कुमार और लौरिया ब्लॉक के बीपीएम ललन कुमार के सहयोग से जीविका दीदियों को मलेरिया से बचाव हेतु जागरूक किया गया। पीसीआई के डीसी बिपिन कुमार, भीबीडीएस अरुण कुमार एवं सुजीत कुमार ने बताया कि कम्युनिटी में लोगों को मलेरिया के लक्षण व उससे बचाव हेतु लोगों को जागरूक किया गया। कार्यक्रम में संजय कुमार द्विवेदी ने भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
रात्रि में मछड़दानी का प्रयोग आवश्यक:
विश्व मलेरिया दिवस के अवसर पर जिले के डीभीबीडीसीओ डॉ हरेंद्र कुमार ने बताया कि मलेरिया भी एक जानलेवा बीमारी है। यह मादा एनोफिलिज मच्छर के काटने से होता है। इसमें तेज बुखार, थकान, सिर दर्द, पेट में दर्द, चक्कर आना, बेहोशी आना, एनीमिया, मांसपेशियों के दर्द, उल्टियां होने जैसे लक्षण दिखाई देते हैं। उन्होंने बताया कि जिले के सभी पीएचसी में मलेरिया की जांच व इलाज की सुविधाएं उपलब्ध है। इससे घबराने की जरूरत नहीं है। भीबीडीएस सुजीत कुमार, अरुण कुमार ने बताया कि घरों, खुले स्थानों इत्यादि के आसपास गंदगी होने के कारण वहां मच्छर पनपते हैं। इसके बाद वह इंसानों को काटकर उन्हें मलेरिया से संक्रमित कर देते हैं। इसलिए मलेरिया से बचाव के लिए आवश्यक है कि अपने घर के पास साफ सफाई रखें व मच्छर पनपने वाले स्रोतों को नष्ट करें। मच्छरदानी और मच्छररोधी क्रीम का इस्तेमाल करें व पूरी बांह के कपड़े पहनें।