रेल मुख्यालय, हाजीपुर में देवकी नंदन खत्री की जयंती सह हिंदी कार्यशाला का आयोजन
रेल मुख्यालय, हाजीपुर में देवकी नंदन खत्री की जयंती सह हिंदी कार्यशाला का आयोजन
हाजीपुर-18.06.2024
पूर्व मध्य रेल, मुख्यालय/हाजीपुर में साहित्यकार देवकी नंदन खत्री की जयंती व हिंदी कार्यशाला का आयोजन हुआ. इस कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए श्री मनीष शर्मा, मुख्य महाप्रबंधक (सिगनल व दूरसंचार), इरकॉन/पटना ने कहा कि हिंदी संघर्ष की भाषा है और उसका स्वरूप बदलता रहा है. हिंदी में कार्य करने के लिए परंपरागत माध्यमों के साथ नए माध्यमों को अंगीकार करना होगा. आज के दौर में कई ऐप हैं जो हिंदी सीखा रहे हैं और हिंदी का प्रचार-प्रसार बढ़ रहा है. भारतीय रेल पूरे देश को जोड़ता है और हिंदी के प्रचार-प्रसार के लिए स्वयं सबसे बड़ा माध्यम है. हमें हमारी मानसिकता को बदलना होगा और अपनी भाषा पर गर्व करना होगा. हमें अपनी भाषा के प्रति कट्टर नहीं, उदार होना चाहिए. तकनीक का सदुपयोग हमें आगे बढ़ा सकता है, इसमें कोई संदेह नहीं है. उन्होंने देवकी नंदन खत्री के उपन्यासों की चर्चा करते हुए बताया कि चंद्रकांता और चंद्रकांता संतति ने कैसे हजारों लाखों लोगों को हिंदी सीखने के लिए प्रेरित किया. इस अवसर पर हिंदी के सुपरिचित कवि विजय कुमार विनीत भी उपस्थित थे. उन्होंने सारगर्भित वक्तव्य देते हुए देवकी नंदन खत्री के महत्व को रेखांकित किया. अन्य वक्ताओं में श्री मनीष राज, सिगनल विभाग, पूमरे/हाजीपुर एवं श्री अजय कुमार सिंह, भंडार विभाग, पूमरे/हाजीपुर थे.
कार्यक्रम के दूसरे सत्र में हिंदी कार्यशाला का आयोजन हुआ. वक्ता के रूप में बोलते हुए श्री सुरेन्द्र कुमार, सहायक लेखा परीक्षा अधिकारी, पूमरे/ हाजीपुर ने अपने संबोधन में कहा कि हिंदी के प्रयोग-प्रसार को बढ़ावा देने में हिंदी कार्यशाला का महत्वपूर्ण स्थान है. उन्होंने भारत सरकार के राजभाषा नीति संबंधी प्रमुख निर्देशों का उल्लेख किया और बताया कि राजभाषा में कार्य करने के लिए नीति-नियमों को जानना जरूरी है. उनका कहना था कि हमारी मातृभाषा हिंदी है, परंतु साथ में यह भी सत्य है कि इससे हमारी जिम्मेदारी भी बढ़ती है कि हम अपनी मातृभाषा के प्रयोग-प्रसार में क्या सार्थक योगदान करते हैं. उन्होंने ई-ऑफिस का उल्लेख करते हुए कहा कि आजकल शत-प्रतिशत कार्य ई-ऑफिस के माध्यम से संपन्न हो रहे हैं और इस माध्यम से हिंदी में कार्य करना बहुत आसान है.
इस कार्यक्रम का संचालन श्री राजकिशोर सिंह, वरिष्ठ अनुवादक ने किया जबकि धन्यवाद ज्ञापन श्री सुरेश महतो, कनिष्ठ अनुवादक द्वारा किया गया.
(सरस्वती चन्द्र)
मुख्य जनसंपर्क अधिकारी