नव विवाहित दंपतियों को मिली “खुशियों की पोटली”
- खुशियों की पोटली में दैनिक उपयोग के साथ गर्भ निरोधक सामग्री भी है मौजूद
- बढ़ती जनसंख्या पर रोक हेतु महिलाओं के साथ साथ पुरुषों को भी जागरूक किया जाना है जरुरी – प्रकाश रंजन
मुजफ्फरपुर। 11 जुलाई
विश्व जनसँख्या दिवस के अवसर सघन रूप से चलाए जा रहे परिवार नियोजन पखवाडा के अवसर पर सेंटर फॉर कैटलाईजिंग चेंज (सी थ्री) के द्वारा बिहार के विभिन्न जिलों में पंचायत प्रतिनिधियों एवं आशा कार्यकर्ताओं के सहयोग से नव दम्पत्तियों के बीच “खुशियों की पोटली” का वितरण किया जा रहा है. सी थ्री, बिहार के राज्य प्रमुख प्रकाश रंजन ने जानकारी दिया की सी थ्री संस्था के द्वारा बिहार राज्य के 9 जिलों (मधुबनी, मुजफ्फरपुर, पूर्वी चंपारण, पटना, रोहतास, औरंगाबाद, नवादा, नालंदा एवं शेखपूरा) के चुनिन्दा प्रखंडों में पंचायत प्रतिनिधियों के माध्यम से 400 नव दम्पत्तियों को चिन्हित कर उनके साथ परिवार नियोजन विषय पर विशेष चर्चा कर रही है एवं साथ ही परिवार नियोजन पर अग्रसर होने के लिए “खुशियों की पोटली” का वितरण कर रही है. “खुशियों की पोटली” में महिला एवं पुरुषों के गर्भ निरोधक साधन (कंडोम, छाया, माला एन) के अलावा महिलाओं के श्रृंगार सम्बन्धी सामग्रियां जैसे की आइना, कंघी, हैण्ड टॉवल, फोटो फ्रेम इत्यादि एवं परिवार नियोजन कार्यक्रम से सम्बन्धी लीफलेट एवं विवाह निबंधन प्रपत्र भी है.
बैठक में पंचायत प्रतिनिधि के साथ साथ आशा, एएनएम एवं सीएचओ के द्वारा परिवार नियोजन की आवश्यकता विषय पर जागरूक किया जा रहा है एवं बेटे और सास को भी नव विवाहित बहुओं के स्वास्थ्य का ध्यान, शादी के बाद पहला बच्चा दो साल के बाद, एवं पहले और दूसरे बच्चे के बीच का अंतराल कम से कम तीन साल रखने, मासिक धर्म के दौरान स्वच्छता के साथ ही कई महत्वपूर्ण बातें बताई जा रही है। साथ ही साथ राज्य स्वास्थ्य समिति द्वारा जारी टोल फ्री नंबर 104 पर भी नवदंपति किसी भी प्रकार की जानकारी कॉल करके प्राप्त करने के लिए प्रेरित किया जा रहा है। नव दम्पत्तियों को परिवार नियोजन के सभी साधन सभी स्वास्थ्य केन्द्रों तथा आंगनबाड़ी केद्रों पर आयोजित होने वाली ग्रामीण स्वास्थ्य, स्वच्छता एवं पोषण दिवस /आरोग्य दिवस में निः शुल्क उपलब्ध है, के बारे में भी बताया जा रहा है साथ ही गर्भ जाँच किट से गर्भधारण की पुष्टि के बारे में भी चर्चा की जा रही है।