सात आयुष्मान आरोग्य मंदिर को मिला एनक्यूएएस सर्टिफिकेट
-गया और मुंगेर के साथ गोपालगंज के तीन स्वास्थ्य केंद्र हैं शामिल
-शहरी और ग्रामीण दोनों जगहों के स्वास्थ्य केंद्र शामिल
पटना। स्वास्थ्य केंद्र पर मिलने वाली सुविधाओं के आधार पर दिए जाने वाले प्रमाणीकरण में राज्य ने फिर कामयाबी पायी है। इस बार आयुष्मान आरोग्य मंदिर के रूप में कार्यरत राज्य के सात स्वास्थ्य केंद्रों को एनक्यूएएस (नेशनल क्वालिटी एश्योरेंस स्टैंडर्ड) का सर्टिफिकेट मिला है। एचएससी और यूपीएचसी के रूप में कार्यरत यह आयुष्मान आरोग्य मंदिर गोपालगंज,मुंगेर और गया जिले के हैं। इनमें गया और मुंगेर के दो तथा गोपालगंज के तीन स्वास्थ्य केंद्र शामिल है। इन सबों का असेसमेंट मई माह में किया गया था। चार स्वास्थ्य केंद्रों को कुछ विशेष शर्तों के साथ राष्ट्रीय प्रमाणीकरण दिया गया था।
राज्य में कुल 17 नेशनल एनक्यूएएस स्वास्थ्य केंद्र:
नए सात एनक्यूएएस सर्टिफिकेट मिलने से राज्य के खाते में एनक्यूएएस प्रमाणित स्वास्थ्य केंद्रों की संख्या 17 हो गयी है। इनमें सात जिला स्तरीय अस्पताल, एक प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र तथा निचले स्तर के सात स्वास्थ्य केंद्रों के अलावा दो शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र भी शामिल है। एनक्यूएएस के नेशनल असेसर और मिनिस्ट्री ऑफ फाइनलाइज लक्ष्य के अधिकारी डॉ माहताब सिंह ने बताया कि यह अच्छी बात है कि राज्य के स्वास्थ्य केंद्र ने फिर से एनक्यूएएस के नेशनल असेसमेंट में जगह बनाई है। इसका स्पष्ट अर्थ है कि यहां के स्वास्थ्य केंद्र पर मिलने वाली सुविधाओं की गुणवत्ता में बढ़ोतरी तो हुई ही है, सेवा प्रदाता के रूप में भी अपनी जगह बना रहे हैं। इससे निश्चित ही निचले स्तर से लेकर उच्च स्तर तक के स्वास्थ्य केंद्रों के बीच स्वस्थ स्पर्धा होगी। वहीं स्वास्थ्य के मानक भी बेहतर होगें।
कैसे और किन मानकों पर होता है असेसमेंट:
एनक्यूएएस प्रमाणीकरण जनरल क्लीनिक, मेटरनल हेल्थ, न्यू बॉर्न एंड चाइल्ड हेल्थ, टीकाकरण, फैमिली प्लानिंग, संचारी रोग, गैर संचारी रोग, आउटरीच, फार्मेसी, लैबोरेट्री, ड्रेसिंग रूम और इमरजेंसी, जेनरल एडमिनिस्ट्रेशन, वेस्ट मैनेजमेंट, फायर सेफ्टी, इलेक्ट्रिसिटी लोड असेसमेंट शामिल हैं। मानकों के असेसमेंट के लिए चार तरीके हैं जिसमें स्वास्थ्य केंद्र का आबजर्मेशन, स्टाफ इंटरव्यू, रिकॉर्ड रिव्यू और पेशेंट इंटरव्यू शामिल हैं।