बिहार राज्य स्वास्थ्य समिति अंतर्गत जिला स्वास्थ्य समिति में कार्यरत जिला कार्यक्रम प्रबंधक पटना (डीपीएम) विवेक कुमार सूत्रों के अनुसार लगभग साथ से दस सालों से जमे बैठे है। स्वास्थ्य विभाग में कितने अधिकारी आये और कितने अधिकारी गए। लेकिन सूत्रों के अनुसार सात से दस सालों से कुंडली मार कर बैठे है। जिला स्वास्थ्य समिति के जिला कार्यक्रम प्रबंधक पटना (डीपीएम) विवेक कुमार।
जिला स्वास्थ्य समिति के जिला कार्यक्रम प्रबंधक पटना (डीपीएम) विवेक कुमार द्वारा ज्यादा दिन जमे रहने के कारण करते रहते है अपना मनमाना कार्य।
पटना: नीतीश कुमार के सुशासन की सरकार है। लेकिन इस सुशासन की सरकार में पहुँच और पैरवी के बल पर अधिकारी खास जगह पर लंबे समय तक कुंडली मार कर बैठे रहते है। वैसे ही अधिकारी बिहार राज्य स्वास्थ्य समिति अंतर्गत जिला स्वास्थ्य समिति में कार्यरत जिला कार्यक्रम प्रबंधक पटना (डीपीएम) विवेक कुमार नीतीश कुमार के सुशासन की सरकार को बट्टा लगा रहे है। जिस अधिकारी की ऊपर तक सेटिंग होती है। वह एक ही जगह पर सालों -साल तक जमे रहते है। लेकिन अगर आपकी कोई सेटिंग नही रहती है तो तुरंत चलता कर दिया जाता है। स्वास्थ्य विभाग में कोई भी कितना बड़ा अधिकारी हो तो उसको तुरंत चलता कर दिया जाता है। जब तक की उसके ऊपर अम्ब्रेला की छाया ना हो। स्वास्थ्य विभाग के एक ऐसे अधिकारी हैं जो करीब लगभग सात से दस सालों से स्वास्थ विभाग में काबिज कर बैठे हैं। इतने सालों के बाद भी बिहार सरकार को उनको छूने की हिम्मत नहीं है। स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी जिला स्वास्थ्य समिति में कार्यरत जिला कार्यक्रम प्रबंधक पटना (डीपीएम) विवेक कुमार जो आज तक जिला स्वास्थ्य पर आज भी काबिज हैं। इतने साल बाद भी बिहार सरकार ने उनको छूने की हिम्मत नहीं की। बिहार राज्य स्वास्थ्य समिति अंतर्गत जिला स्वास्थ्य समिति में कार्यरत जिला कार्यक्रम प्रबंधक पटना (डीपीएम) विवेक कुमार के पद पर रहते हुए कितने कर्मचारी आये और कितने कर्मचारी गए। लेकिन जिला कार्यक्रम प्रबंधक पटना (डीपीएम) विवेक कुमार का बाल भी बांका भी नही हो सका। जबकि सरकार का नियम है तीन सालों में अधिकारियों को बदल दिया जाए। एक ही जमे रहने के कारण उनका दबदवा कायम है। जिला कार्यक्रम प्रबंधक पटना (डीपीएम) विवेक कुमार के द्वारा ज्यादा दिन से जमे रहने का कारण करते है अपना मनमाना कार्य। प्राप्त सूत्रों के अनुसार से ज्ञात हुआ है कि जिला कार्यक्रम प्रबंधक पटना (डीपीएम) विवेक कुमार अवैध संपत्ति के मालिक बन बैठे हैं। सरकार द्वारा उनकी जांच ई दी आर्थिक अपराध एवं अनुसंधान इकाई पटना के द्वारा कराई जाए तो सरकार को पता चल सकता है कि पटना में कई जगह उनके अवैध संपत्ति के मालिक बन बैठे हैं आखिर क्या मामला है कि इतने दिन भी जाने के बाद भी जिला कार्यक्रम प्रबंधक विवेक कुमार का तबादला क्यों नहीं सरकार के अधिकारियों पर कार्य शैली पर प्रश्न चिन्ह लगा हुआ है?