40 बाल ह्रदय रोगियों को एम्बुलेंस द्वारा पटना भेजा गया
- घने कोहरे के बीच निकली दिल को धड़कन देने वाली गूँज….
- 11 एम्बुलेंस को समहरणालय से सीएस ने हरी झंडी दिखा रथ रवाना किया
मोतिहारी, 18 नवंबर
जिले के मोतिहारी स्थित समाहरणालय परिसर से बाल हृदय रोग से पीड़ित 40 बच्चों को सिविल सर्जन डॉ विनोद कुमार सिंह द्वारा 11 एम्बुलेंस से हरी झंडी दिखाकर जयप्रभा मेदांता सुपरस्पेशलिटी अस्पताल पटना के लिए रवाना किया गया।इस सम्बन्ध में सिविल सर्जन ने कहा की घने कोहरे के बीच बच्चों के दिल को धड़कन देने हेतु एम्बुलेंस से पटना भेजा गया है ताकि वहाँ उनका समुचित स्क्रीनिंग व इलाज हो सकें। उन्होंने बताया की पहले बिहार में सिर्फ सत्य साईं हॉस्पिटल अहमदाबाद में ही इलाज होता था परन्तु ज्यादा संख्या में हृदय रोग से पीड़ित बच्चे होने के बाद राज्य सरकार द्वारा अब जयप्रभा मेदांता सुपरस्पेशलिटी अस्पताल पटना में भी स्क्रीनिंग के साथ इलाज की सुविधा मुहय्या कराई जा रहीं है। ताकि इलाज में देरी न हो
पूरे बिहार में सबसे अधिक जिले के मरीजों का हुआ है इलाज:
मुख्यमंत्री बाल ह्रदय योजना अंतर्गत पूरे बिहार में सबसे अधिक जिले के दिल के छेद के मरीजों का इलाज अहमदाबाद स्थित श्री सत्य साईं अस्पताल हुआ है।उन्होंने बताया की सरकार के द्वारा उठाया गया यह कदम मिल का पत्थर साबित होगा।वहीं डीपीसी भारत भूषण ने कहा की ज्यादा संख्या के कारण बहुत से मरीजों का अपनी ह्रदय कि सर्जरी के इंतज़ार मे मरीजों की दु:खद स्थिति होती थीं।वहीं अब कार्यपालक निदेशक राज्य स्वास्थ्य समिति बिहार पटना एवं राज्य स्तर के राष्ट्रीय बाल स्वाथ्य कार्यक्रम के पदाधिकारिओं के अथक प्रयास से एक और सुपरस्पेशलिटी अस्पताल जयप्रभा मेदांता सुपरस्पेशलिटी अस्पताल पटना से मेमोरेंडम ऑफ़ अंडरस्टैंडिंग साइन किया गया है
अब बच्चों को पटना मे ही दिल कि सर्जरी कि सुविधा उपलब्ध हो पायेगी, उन्हें अपनी सर्जरी का लम्बा इंतज़ार नहीं करना पड़ेगा।
आरबीएस के डीसी डॉ शशि मिश्रा ने बताया की मेदांता अस्पताल हेतु पहला बैच बिहार से भेजा गया जिसमे सबसे अधिक 40 बाल ह्रदय रोगियों को लेकर 11 एम्बुलेंस से घने कोहरे के बीच उम्मीद कि किरण के साथ एम्बुलेंस गाँधी मैदान मोतिहारी से रवाना किया गया है।
मौके पर सिविल सर्जन डॉ विनोद कुमार सिंह, आरबीएसके डीसी डॉ शशि मिश्रा,डीपीसी भारत भूषण व अन्य लोग उपस्थित थें।