एनटीडी रोगों के उन्मूलन के लिए जन समुदाय में जागरूकता जरुरी: सीएस
- फाइलेरिया उन्मूलन के लिए जनसमुदाय को किया जा रहा जागरूक
- घर घर जाकर आशा खिलाएगी सर्वजन दवा
बेतिया। 31 जनवरी
एनटीडी रोग जिनमें विशेष रूप से फाइलेरिया (हाथी पाँव) के उन्मूलन हेतु जन समुदाय को एकजुट कर लोगों को जागरूक किया जा रहा है ताकि अधिक से अधिक लोग 10 फ़रवरी से चलाए जाने वाले एमडीए कार्यक्रम में दवा खाएँ। जिले के सिविल सर्जन डॉ विजय कुमार ने बताया कि फाइलेरिया (हाथी पाँव) के उन्मूलन हेतु स्वास्थ्य विभाग काफ़ी गंभीर है। इसको लेकर समाज में भ्रांतियों है कि यह ईश्वरीय देन है। जबकि यह क्यूलेक्स मच्छर के काटने से होने वाला रोग है जो एकबार होने के बाद यह ठीक नहीं होता है। सुरक्षा ही इसका सबसे बड़ा हथियार है। उन्होंने बताया कि फाइलेरिया, कालाजार, डेंगू, चिकनगुनिया, मलेरिया और रेबीज जैसे रोग एनटीडी श्रेणी में आते हैं। जो मुख्य रूप से मक्खियों और मच्छरों के संक्रमण या स्वच्छता की कमी से फैलते हैं। ये रोग गरीब और पिछड़े समुदायों को अधिक प्रभावित करते हैं। इसलिए विभाग के द्वारा महादलित इलाकों, स्कूलों के बच्चों को इससे बचाव हेतु जागरूक किया जा रहा है।
एनटीडी दिवस पर छात्र-छात्राओं ने रैली निकली:
जिले के भीबीडीएस प्रकाश कुमार ने बताया कि आरोग्य मंदिर तमकुहा पंचायत, उत्क्रमित उच्च विद्यालय, मॉडल स्कूल, तमकुहा में एनटीडी दिवस पर प्रधान शिक्षक मुन्ना चौधरी के नेतृत्व में 475 छात्र-छात्राओं तथा 21 शिक्षक-शिक्षिकाओं ने भाग लिया। आरोग्य मंदिर, भाप्सा, पंचायत-दौनाहा और उच्च माध्यमिक विद्यालय दौनाहा में भी रैली निकाली गई जिसमें 675 विद्यार्थी, शिक्षक-शिक्षिकाओं ने भाग लिया। रैली स्कूल से निकलकर गांव के कई इलाके में में गई और फाइलेरिया उन्मूलन को लेकर लोगों को जागरूक किया। लोगों को फाइलेरिया उन्मूलन और आगामी एमडीए के बारे में जानकारी दी गई। घर-घर जाकर आशा अपने सामने सर्वजन दवा खिलाएगी। सभी स्वस्थ लोगों को फाइलेरिया से बचाव के लिए एल्बेण्डजोल व डीईसी की दवा का सेवन करना बहुत जरुरी है।
