आज के दौर में जहां ज्यादातर डॉक्टर अपनी कंसल्टेशन फीस 500 से 1000 रुपये तक ले लेते हैं, वहीं पटना के डॉक्टर एजाज़ अली पिछले 40 सालों से हर दिन सैकड़ों मरीजों का इलाज सिर्फ 10 रुपये में कर रहे हैं।
न सिर्फ उनकी कंसल्टेशन फीस बेहद कम है, बल्कि उनके अस्पताल में ऑपरेशन का खर्च भी बहुत कम होता है। एक जाने-माने जनरल सर्जन होते हुए भी डॉ. अली, साधारण कुर्ता-पायजामा और टोपी पहनकर अपने अस्पताल के आंगन में प्लास्टिक की कुर्सी पर बैठकर रोज मरीजों को देखते हैं।
पटना के बिकना पहाड़ी इलाके में रहनेवाले डॉ. अली ने 1984 में अपनी प्रैक्टिस शुरू की थी। बिहार के अलग-अलग कोनों से लोग उनके पास इलाज करवाने आते हैं। वह हर दिन करीब 100 मरीजों को देखते हैं और कई ऑपरेशन भी करते हैं। उनकी कोशिश रहती है कि मरीज को उसी दिन देख लिया जाए ताकि उसे बार-बार आकर खर्च न करना पड़े। जब उनसे पूछा गया कि उन्होंने अपनी फीस इतनी कम क्यों रखी, तो उन्होंने कहा, “मैंने खुद अपनी जिंदगी में गरीबी देखी है और मेरी माँ हमेशा चाहती थीं कि मैं निःस्वार्थ भाव से गरीबों की सेवा करूं। डॉ. अली का दूसरे डॉक्टरों को संदेश है कि इलाज से पहले मरीज की आर्थिक स्थिति का भी ध्यान रखें। बिना जरूरत के महंगे टेस्ट और दवाइयों का बोझ मरीजों पर न डालें। इलाज के अलावा, डॉ. अली समाजसेवा से भी जुड़े हुए हैं। वह समाज के गरीब और वंचित लोगों, खासतौर पर दलित और मुस्लिम समुदाय के हक के लिए लगातार काम कर रहे हैं। तहलका न्यूज़ के लिए नसीम रब्बानी की रिपोर्ट




