पटना सिटी सीओ ममता रानी की मनमानी,दलालों की यहां कट रही चांदी।
रिपोर्ट सुधीर मालाकार
पटना सिटी ! कहने को तो बिहार में सुशासन की सरकार है लेकिन सच पूछिए तो यहां अफसर व कर्मचारियों की भ्रष्टाचार है। नीचे से ऊपर कर्मचारी से लेकर अधिकारी तक मनमानी व भ्रष्टाचार की गंगोत्री में डूबे हुए है। इसका जीता जागता नमूना पटना सिटी का अंचल राजस्व कार्यालय है जहां पर अंचलाधिकारी ममता रानी के निर्देशन में कर्मचारियों की कम दलालों की ज्यादा चलती है। किसी भी काम को कराना हो आप दलालों से मिल लीजिए, काम झटपट हो जाएगा ,नहीं तो आपको महीनो चक्कर लगाते लगाते जूते घीस जाएंगे।
राजस्व कर्मचारियों के कार्यालय में दलालों का जमावड़ा लगा रहता है,इन्हें जितनी कागजात की समझ रहती है शायद उतनी राजस्व कर्मचारी को भी नहीं होती है। राजस्व कर्मचारी कार्यालय में हस्ताक्षर को छोड़ कर सभी काम दलाल ही करते हैं। एक कर्मचारी के कार्यालय में एक-दो नहीं चार-पांच लोग काम कर रहे हैं।
जितना रिपोर्ट होता है उसे भरना, जांच करना, दाखिल-खारिज के बाद रजिस्टर पर नया जमाबंदी कायम करना, जमाबंदी सहित सभी काम इन्हीं लोगों द्वारा किया जाता है।
राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग के मंत्री के आदेशों को ताख पर रखकर किया जा रहा है कार्य। ममता रानी अंचलाधिकारी पटना सिटी के द्वारा पांच से सात बार लगातार दौड़ाने के बाबजूद भी कार्य का नजरअंदाज किया जाता है। सभी जगह पैसों का खेला है।कई महीने बीत जाने के बाद भी दाखिल खारिज और परिमार्जन कार्य हो पाता है।
न्याय पूर्वक अगर इस कार्यालय की जांच की जाए तो पदाधिकारी एवं कर्मचारियों की असलियत का पता साफ-साफ नजर आ जाएगा।
