बिहार वैशाली में महाशिवरात्रि पर्व होने के कारण पीएचसी में स्वास्थ्य जांच के लिए कम पहुंचे गर्भवती
महुआ। रेणु सिंह
जननी बाल सुरक्षा के तहत शनिवार को यहां पीएचसी में 155 गर्भवतियों की स्वास्थ्य जांच की गई। इस दौरान उन्हें स्वास्थ्य लाभ के लिए विभिन्न दवाइयों के साथ पौष्टिक आहार लेने की नसीहत दी गई। बताया गया कि इस बार महाशिवरात्रि पर्व का पारण होने के कारण यहां पीएचसी पर गर्भवतियों की संख्या कम पहुंची।
यहां पीएचसी पर स्वास्थ्य जांच करने के लिए सुबह से ही गर्भवतियों की भीड़ होने लगी। उनके लिए अस्पताल प्रशासन द्वारा पेयजल, बैठने की व्यवस्था, शामियाना आदि की हर संभव व्यवस्था की गई थी। प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ मनोरंजन कुमार सिंह के नेतृत्व में स्वास्थ्य प्रबंधक प्रकाश कुमार, बीसीएम आफताब आलम, श्याम प्रकाश आदि ने जांच में सक्रिय भूमिका निभाई। गर्भवतियों की वजन, ब्लड प्रेशर, ब्लड शुगर, एचआईवी, हीमोग्लोबिन, हेपेटाइटिस सहित विभिन्न जांच किए गए। यहां डॉ शिखा प्रिया ने बताया कि अधिकतर गर्भवतियों में कमजोरी, वजन की कमी और ब्लड प्रेशर बढ़ा हुआ पाया गया। उन्हें दवाइयां के साथ-साथ इस अवस्था में पौष्टिक आहार लेने की नसीहत दी गई। उन्होंने बताया कि गर्भवतियों को गर्भ में पल रहे बच्चे को स्वस्थ रखने के लिए पौष्टिक आहार में दूध, दही, घी, मांस, मछली, अंडा, अंकुरित चना, मूंग आदि लेने की नसीहत दी गई। उन्होंने यह भी बताया कि जच्चा स्वस्थ होगा तो बच्चा भी स्वस्थ होगा। इसके लिए गर्भवतियों को स्वस्थ होना जरूरी है। अस्पताल प्रशासन द्वारा बताया गया कि जो गर्भवतियां स्वास्थ्य जांच करने के लिए छूट गई है। उनका दूसरे दिन भी जांच किया जाएगा। यहां पीएचसी में गर्भवतियों की भीड़ से आपाधापी का माहौल रहा।