विश्व मच्छर दिवस के मौके पर छात्राओं को वेक्टर रोगों के बारे में किया गया जागरूक
- मानसून के दौरान मच्छरों का बढ़ जाता है प्रकोप
- हर साल 20 अगस्त को विश्व मच्छर दिवस मनाया जाता है: डॉ हरेंद्र कुमार
- सरकारी अस्पताल में है जाँच व इलाज की सुविधा
बेतिया, विश्व मच्छर दिवस के मौके पर सरस्वती शिशु बालिका विद्या मंदिर, राज ड्योढी, बेतिया की छात्राओं को जिला मलेरिया कार्यालय के कर्मियों द्वारा वेक्टर रोगों से बचाव के बारे में जागरूक किया गया। जिले के वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ हरेंद्र कुमार ने बताया कि मच्छर जनित रोग डेंगू, मलेरिया, चिकनगुनिया, कालाजार, फाइलेरिया आदि से बचाव को लेकर जिले में जागरूकता फैलाई जा रही है। उन्होंने बताया कि मानसून के दौरान मच्छरों का प्रकोप कुछ ज्यादा ही बढ़ जाता है, वहीं समय पर इलाज नहीं मिलने से गंभीर बीमारियों का खतरा भी होता है। इसी के बारे में लोगों को जागरूक करने के मकसद से हर साल 20 अगस्त को विश्व मच्छर दिवस मनाया जाता है व आम लोगों को मच्छरों से होने वाले खतरों के बारे में बताया जाता है, साथ ही उनसे कैसे बचा जाए, इसके भी उपाय बताए जाते हैं। भीबीडीएस प्रकाश कुमार, सुजीत कुमार ने बताया कि मच्छर के काटने से बचने के लिए साफ सफाई आवश्यक है, वहीं सोते समय मच्छरदानी का उपयोग लाभदायक है।
सरकारी अस्पताल में है जाँच व इलाज की सुविधा:
वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ हरेंद्र कुमार ने बताया कि वेक्टर रोग होने पर इसकी जाँच व इलाज की सुविधाएं सरकारी अस्पताल एवं मेडिकल कॉलेज में उपलब्ध है। उन्होंने बताया कि डेंगू के लक्षण तेज बुखार, सिरदर्द, जी मिचलाना, थकान, उल्टी, मांसपेशियों में गंभीर दर्द होता है। वहीं मलेरिया एक खास तरह के परजीवी से होता है, जो मादा एनाफिलीज मच्छर के काटने से शरीर में प्रवेश कर जाता है। गर्भवती महिलाओं और बच्चों को मलेरिया का ज्यादा खतरा होता है। मलेरिया के लक्षण में व्यक्ति को ठंड लगना, शरीर में दर्द, बुखार, डायरिया, तनाव व थकान, खून की कमी, चक्कर आना है।
वहीं जिला मलेरिया ऑफिस में इस सम्बन्ध में जागरूकता को लेकर डॉ हरेंद्र कुमार की अध्यक्षता में बैठक की गई जिसमें भीडीसीओ रमेश मिश्रा,भीबीडीएस प्रकाश कुमार, सुजीत कुमार, डाटा ऑपरेटर स्टीफन कुमार व अन्य स्वास्थ्य कर्मी उपस्थित थे।