तम्बाकू मुक्त युवा अभियान के तहत लोगों को तम्बाकू छोड़ने के लिए किया गया जागरूक
- तम्बाकू से दुरी बनाए, स्वास्थ्य जीवन अपनाएं – एनसीडीओ
- तंबाकू का सेवन कर के यत्र तत्र थूकने पर जुर्माने का प्रावधान
बेतिया,16 अक्टूबर
जिले के लोगों को तंबाकू के दुष्प्रभाव के प्रति जागरूक करने एवं युवाओं को तंबाकू के लत से दूर रखने को लेकर मेडिकल कॉलेज बेतिया में बैनर लगाकर स्वास्थ्य कर्मियों ने युवाओं व आम लोगों को तम्बाकू का सेवन न करने की सलाह दी। एनसीडीओ डॉ मूर्तजा अंसारी ने बताया की तम्बाकू मुक्त युवा अभियान का शुभारंभ किया गया। उन्होंने कहा कि देश में तंबाकू सेवन के कारण हर साल लाखों लोगों को जान गंवानी पड़ती है, युवाओं को तंबाकू सेवन के खतरे से बचाने के लिए सभी को मिलकर काम करने की आवश्यकता है। उन्होंने इसके लिए सभी शिक्षण संस्थानों सहित अन्य संस्थानों में तंबाकू नियंत्रण उपाय को अपनाने की अपील की। उन्होंने कहा की “स्वस्थ युवा स्वस्थ भविष्य, “तंबाकू को ना कहें, जीवन को हां कहें” तंबाकू का सेवन सिर्फ आपके शरीर को ही नहीं, बल्कि आपके भविष्य को भी नष्ट करता है। अपने और समाज के बेहतर कल के लिए तंबाकू का सेवन छोड़ें
आज ही तंबाकू से दूर रहने का संकल्प लें और स्वस्थ जीवन का हिस्सा बनें। याद रखें, आपका जीवन अमूल्य है, इसे बर्बाद न करें।
तम्बाकू सेवन मुख कैंसर का है प्रमुख कारण :
सिविल सर्जन विजय कुमार ने बताया सभी प्रकार के कैंसरों में तंबाकू के सेवन से जुड़े कैंसरों का हिस्सा 40 प्रतिशत है एवं 90 प्रतिशत मुँह का कैंसर तंबाकू के प्रयोग से होते हैं। तंबाकू सेवन पर रोक लगाने एवं साथ ही तंबाकू से होने वाले विभिन्न प्रकार के कैंसर के बारे में वृहत पैमाने पर जन-जागरूकता फैलाने की जरूरत है। तंबाकू का दुष्प्रभाव सबसे अधिक स्कूली बच्चों एवं युवाओं पर पड़ रहा है। तंबाकू का सेवन कर के यत्र तत्र थूकने पर जुर्माने का प्रावधान किया गया है। साथ ही 6 माह की जेल भी हो सकती है। इधर-उधर थूकने से कई प्रकार की बीमारियों के फैलने का खतरा होता है। किसी भी सरकारी या गैर सरकारी कार्यालय एवं परिसर में किसी भी प्रकार का तंबाकू पदार्थ, सिगरेट, खैनी, गुटखा, पान मसाला, जर्दा आदि का उपयोग पूर्णत: प्रतिबंधित है।