पटना के संपतचक अंचल हमेशा रहते है सुर्खियों में।

पटना के संपतचक अंचल हमेशा रहते है सुर्खियों में।

पटना के संपतचक अंचल राजस्व अधिकारी की अपनी मनमानी। बिना पैसा का नही होता है कोई भी खेल एक आबेदकर्ता ने नाम नही छापने के शर्त पर बताया कि अगर पैसा दिया जाए तो कार्य तुरंत हो जाये गॉ। ये है राजस्व अधिकारी स्वाति झा का खेल।
पटना के संपतचक अंचल अधिकारी सूत्रों के अनुसार के दिनों से छुट्टी पर है। संपतचक अंचलअधिकारी के छुट्टी पर रहने से सारा कार्य भार् राजस्व अधिकारी स्वाति जा को जाता है। सबसे बड़ी बात यह है कि राजस्व अधिकारी स्वाति जा संपतचक प्रखंड के अधिकारी अपना मनमाना कार्य करती है। किसी भी आला अधिकारियों की भी बात नही सुनती है। कहा जाए की इस प्रखंड के मालिक हम है इसलिए हमारे मन मे जो आये गॉ करे गे। गरीब जनता का भी नही सुनती।
पटना के संपतचक अंचल कार्यालय में दाखिल-खारिज के लिए इस तरह होता था ‘काला खेल’, दाखिल-खारिज व अन्य कार्य कराने के लिए हजारों में होता था सौदा ज्ञात सूत्रों के अनुसार प्राप्त जानकारी के अनुसार यहां दाखिल-खारिज के नाम पर लिये जाते थे चार से सात हजार रुपये। संपतचक अंचल में दाखिल-खारिज से लेकर अन्य काम को कराने के लिए दलालों व बिचौलियों का एक बड़ा ग्रुप सक्रिय है. काम कराने के लिए अंचल कार्यालय के कर्मियों को वाट्सएप पर कागजात दलालों द्वारा भेजे जाते है सूत्रों के अनुसार जांच में कई आवेदन भी लंबित है। दाखिल-खारिज व परिमार्जन के लिए चार हजार से सात हजार रुपये लिए जाते थे।

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