धनवंतरी महाराज धन के नहीं आयुर्वेद व स्वास्थ्य के देवता: डॉ मधुसूदन सिंह।
रिपोर्ट सुधीर मालाकार।
हाजीपुर (वैशाली)आयुर्वेद के जनक एवं देवो के वैध भगवान धन्वंतरि जयंती समारोह पतंजलि चिकित्सालय ,गणेश सिनेमा रोड हाजीपुर में धूमधाम से मनाई गई।
इस अवसर पर समारोह के मुख्य अतिथि डॉ. मधुसूदन सिंह संबोधित करते हुए कहा कि भगवान धन्वंतरि आयुर्वेद के जनक हैं और देवों के वैद्य । भगवान धन्वंतरि दुनिया में रोग और व्याधि दूर करने के लिए अमृत कलश लेकर पृथ्वी पर आए थे।
समारोह का उद्घाटन पंडित उमेश तिवारी के मंत्रो उच्चारण के बीच डॉ मधुसूदन सिंह , योग गुरु जय नारायण सिंह, वैध( डॉ )नीरज तिवारी परमात्मा राय उर्फ मुन्ना सिंह ने भगवान धनवंतरी के तैलिये चित्र पर पुष्पांजलि व दीप प्रज्वलित कर विधिवत उद्घाटन किया।
समारोह की अध्यक्षता प्रो( डॉ ) अजीत कुमार ,निदेशक पतंजलि चिकित्सालय हाजीपुर ने किया जबकि संचालन शिवनाथ सिंह की।
धन्वंतरि जयंती के अवसर पर संबोधित करते हुए डॉ अजीत कुमार ने कहा कि प्रकट धन्वंतरि जयंती समारोह पतंजलि चिकित्सालय में प्रत्येक वर्ष मनाई जाती है lउनकी जयंती आरोग्य देवता के रूप में मनाई जाती है lधनवंतरी भगवान ” पृथ्वी पर रोग और व्याधि दूर करने के लिए अमृत क्लब लेकर पृथ्वी पर आए ।वे भगवान विष्णु के 12 में अवतार हैं। उनके दर्शन मात्र से रोग व्याधि दूर हो जाता है।
योग गुरु जय नारायण सिंह अध्यक्ष पतंजलि योग समिति वैशाली जनपद ने संबोधित करते हुए कहा कि
ब्रह्मांड का प्राचीनतम चिकित्सा पद्धति आयुर्वेद है और आयुर्वेद के प्रणेता भगवान धन्वंतरि धनवंतरी रहे हैं। भगवान धन्वंतरि ने आयुर्वेद चिकित्सा पद्धति के माध्यम से मानव से लेकर जीव जंतु सभी के स्वास्थ्य के उद्धारक बने। वर्तमान समय में भगवान धन्वंतरि के बताए सूत्र ही स्वास्थ्य के लिए उत्तम साधन है और इसी को अपना कर मानव दीर्घायु बन सकता है।
धन्वंतरि जयंती के अवसर पर आयुर्वेद जो प्राणायाम के माध्यम से समाज में विशिष्ट योगदान देने के लिए सात लोगों को धन्वंतरी चिकित्सा सेवा सम्मान से अलंकृत किया गया। जिसमें प्रसिद्ध चिकित्सक डॉ मधुसूदन सिंह, हरिद्वार के वैध नीरज तिवारी, योग गुरु जय नारायण सिंह, परमात्मा राय उर्फ मुन्ना जी शिव शंकर मेहता ,हेमंत जी पूर्व आरएसएस प्रचारक एवं उमेश कुमार तिवारी को प्रशस्ति पत्र अंग वस्त्र एवं पुष्प कुछ देकर सम्मानित किया गया।
जयंती समारोह में एक विचार गोष्ठी “वर्तमान परिपेक्ष में मानव के स्वास्थ्य के उत्तम मार्ग” विषय पर आयोजित भी की गई।
धन्वंतरि जयंती के उपलक्ष में आयोजित गोष्टी में वैद्य नीरज तिवारीने कहा कि आयुर्वेद और योग विज्ञान एक दूसरे का पूरक है और विश्व का कल्याण इसी आयुर्वेद और योग से होगा ।उन्होंने कहा कि संपूर्ण संसार को आयुर्वेद और योग क्रिया से ही संपूर्ण संसार को स्वस्थ रखा जा सकता है।
धन्वंतरि जयंती के अवसर पर डॉ अजीत कुमार ,गणेश प्रसाद सिंह ,रामनरेश पाठक, उमेश चंद्र तिवारी ,संतलाल पासवान, दीनानाथ राय ,हेमंत जी ,शिव शंकर मेहता, वैध नीरज कुमार तिवारी , संजय कुमार संजीव कुमार , सुदामा प्रसाद सिंह , विनोद कुमार सिंह, शिवनाथ सिंह , अजय सिंह , मनीष कुमार राय ,अभिषेक कुमार, गौतम कुमार ने इस अवसर पर भगवान धन्वंतरि की पूजा अर्चना की और धन्वंतरि जयंती की विशेषता पर प्रकाश डाला।
योग पीठ हरिद्वार के वैद्य अरुण गिरी ने बताया कि परम पूज्य स्वामी रामदेव जी महाराज के निर्देशन में पतंजलि चिकित्सालय हाजीपुर में असाध्य से असाधय एवं जटिल रोगों का नि:शुल्क इलाज किया जाता है।
समारोह के अंत में धन्यवाद ज्ञापन योग शिक्षक विनोद सिंह राजा कुमार कुशवाहा एवं मनीष कुमार राय ने संयुक्त रूप से किया किया।