हाजीपुर। व्यवहार न्यायलय हाजीपुर, वैशाली मे वीर बाल दिवस परिचर्चा का आयोजन जिला विधिज्ञ संघ भवन के पुस्तकालय सभागार मेंआयोजित की गई। अध्यक्षता करते हुए अधिवक्ता राजकिशोर ठाकुर ने कहा कि सिख धर्म के दसवें गुरु, गुरु गोविन्द सिंह जी के दो छोटे साहिबजादों जोरावर सिंह एवं फतेह सिंह ने धर्म, मानवता की रक्षा के लिए अपना सर्वस्व न्योछावर कर दिया था।उन बालकों के बलिदान ने उनके साहस एवं निरंकुश शासक के सामने झुकना नहीं लड़ना सिखाया।संचालन करते हुए भाजपा बिहार प्रदेश मीडिया प्रभारी किसान मोर्चा हरेश कुमार सिंह ने कहा कि गुरु गोबिंद सिंह जी के चारों पुत्र अजीत सिंह, जुझार सिंह मुगलों से लडते हुए शहीद हुए एवं साहिबजादा जोरावर सिंह 9वर्ष तथा फतेह सिंह 6वर्ष धर्म की रक्षा एवं राष्ट्रीय एकता के लिए दिवाल में जिंदा हीं मुगलों द्वारा चुनवा दिए गए।चारों साहिबजादे ने देश को सिखाया की सच्चे नायक वो नहीं जो उम्र के अनुसार मापे जाएँ बल्कि सच्चे नायक वो हैँ जो अपनी निष्ठा एवं संघर्षों से इतिहास रच डाले। अधिवक्ता जितेन्द्र कुमार मिश्रा ने कहा कि संपूर्ण भारत गुरु गोबिंद सिंह जी के बालकों के शौर्य बलिदान को नमन करता है।बीर बाल दिवस परिचर्चा में मुख्य रुप से अधिवक्ता अशोक कुमार राय, मनीष कुमार पियुष, अशोक कुमार गौतम, रंजन कुमार, विनय कुमार झा, अरविन्द कुमार सिंह, कृष्ण मोहन झा, गौतम कुमार, हरे कृष्ण झा, चन्द्रमणि कुमार, कुणाल कुमार, अनिल कुमार, प्रमोद कुमार, अजीत कुमार सहित काफी संख्या में अधिवक्तागण उपस्थित रहे एवं भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रति आभार प्रकट करते हुए कहा कि वर्ष 2022 में शहीद बालकों के बलिदान को वीर बाल दिवस के रुप में मना कर गौरवशाली अतीत विश्व पटल पर स्थापित किया।