स्वास्थ्य अधिकारियों की बैठक में तय हुई एमडीए/आईडीए की रूपरेखा
-शत प्रतिशत दवा खिलाना सुनिश्चित करें
-जिले में ट्रिपल ड्रग थेरेपी के तहत दी जाएगी दवा
वैशाली।
जिले में आगामी 10 फरवरी से होने वाले एमडीए/आईडीए कार्यक्रम की रूपरेखा और शत प्रतिशत दवा सेवन कराने को लेकर सभी प्रखंड के स्वास्थ्य अधिकारियों के साथ सोमवार को प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन हुआ। सिविल सर्जन डॉ श्यामनंदन प्रसाद की अगुवाई और जिला भीबीडीसी पदाधिकारी डॉ गुड़िया कुमारी की अध्यक्षता में उन्होंने सभी प्रखंड के स्वास्थ्य अधिकारियों से सर्वजन दवा सेवन के तहत शत प्रतिशत एडमिनिस्ट्रेशन की अपील की। सिविल सर्जन ने प्रशिक्षण में शामिल सभी लोगों को निर्देशित किया कि एमडीए/आईडीए के सफल संचालन के लिए प्रखंड स्तर पर समन्वय समिति की मीटिंग कर लोगों को दवा का सेवन सुनिश्चित कराएं। प्रखंड स्तर पर उन्होंने आशा, आशा फैसिलिटेटर को इस संबंध में ठीक से प्रशिक्षित किया जाए।
जिला भीबीडीसी पदाधिकारी डॉ गुड़िया कुमार ने फरवरी में होने वाले एमडीए/आइडीए कार्यक्रम के बारे में विस्तार से बताया। उन्होंने बताया कि 2 साल से कम उम्र के बच्चे, गर्भवती महिलाएं एवं गंभीर रूप से बीमार व्यक्तियों को छोड़कर सभी व्यक्तियों को शत प्रतिशत दवा खिलाया जाए। किसी भी हालत में दवा को बांटा न जाए। प्रशिक्षण के दौरान डब्ल्यूएचओ के एनटीडी राज्य सलाहकार डॉ राजेश पांडेय ने सर्वजन दवा सेवन कार्यक्रम की महत्ता के बारे में विस्तार से बताया। उन्होंने बताया कि जिले में जिस ट्रिपल ड्रग थेरेपी को लेकर अभियान चलाया जाएगा। उसे लगातार तीन साल लेने से फाइलेरिया जैसे रोग से बचा जा सकता है। यह अभियान वर्ष में सिर्फ एक बार ही संचालित होता है। प्रशिक्षण कार्यक्रम में भबीडीसीओ राजीव कुमार, अमित कुमार, नेहाल कुमार, अनिकेत कुमार, भीबीडीसी धीरेन्द्र कुमार, पीरामल से कृष्णदेव, कोमल एवं सीफार से नीतू कुमारी उपस्थित थी।