बच्चों को खसरा और रूबेला से बचाने के लिए चलेगा विशेष अभियान
- 09 माह से 02 वर्ष तक के बच्चों क़ो टीका लेना बेहद जरुरी
- 2026 तक खसरा और रूबेला उन्मूलन किया जाना है
बेतिया, 29 अप्रैल
खसरा रूबेला उन्मूलन उन्मूलन अभियान के अन्तर्गत खसरा और रूबेला से बचाने के लिए स्वास्थ्य कर्मियों के सहयोग से अभियान चलाया जाएगा। इस सम्बन्ध में जिले के डीआईओ डॉ अवधेश सिंह ने बताया कि बच्चों के जीवन एवं सुरक्षित भविष्य के लिए नियमित टीकाकरण बहुत ही उपयोगी कदम है। बच्चों में खसरा एवं रूबैला सेे ग्रसित होने का समस्या बना रहता है, जिससे बीमार बच्चों में अन्य रोगों (निमोनिया, डायरिया आदि) से होने वाले रोग प्रतिरोधक क्षमता काफी कम हो जाती है। इससे बचाव के लिए 09 माह से 02 वर्ष तक के सभी बच्चों को खसरा-रूबेला के 02 टीका नियमित अंतराल पर लगाना जरूरी है। उन्होंने बताया की वर्ष 2026 तक खसरा-रूबेला उन्मूलन किया जाना है। इस सम्बन्ध में टीकाकरण बढ़ाये जाने एवं विशेष टीकाकरण अभियान चलाया जाएगा। डीआईओ ने बताया की जिले में खसरा-रूबैला के प्रथम खुराक से 96 प्रतिशत तथा दूसरे खुराक से 93 प्रतिशत बच्चों को प्रतिरक्षित किया जा चुका है। अभी भी प्रथम खुराक से 04 प्रतिशत और दुसरे खुराक से 07 प्रतिशत बच्चे वंचित है। इस संदर्भ में जागरूकता अभियान चलाकर 09 माह से 02 वर्ष तक के सभी बच्चों को खसरा-रूबैला का टीकाकरण कराकर लक्ष्य को प्राप्त किया जाना है। इस संदर्भ में जागरूकता हेतु सभी लोगों के सहयोग की अपेक्षा है। उन्होंने जानकारी देते हुए कहा की आमतौर पर 09-12 महीने की उम्र में पहली खुराक और फिर 16 माह से 24 माह की उम्र में दूसरी खुराक दी जाती है। यह टीका खसरा, कण्ठमाला और रूबेला तीनों से सुरक्षा प्रदान करता है।
टीकाकरण से पहले डॉक्टर से सलाह जरुरी:
यदि आपके बच्चे को कोई बीमारी या एलर्जी है तो टीकाकरण से पहले अपने डॉक्टर से सलाह लेना महत्वपूर्ण है। वहीं टीकाकरण के बाद बच्चे को हल्का बुखार या लाल चकत्ते हो सकते हैं, लेकिन ये आमतौर पर कुछ दिनों में ठीक हो जाते हैं इससे घबराने की जरूरत नहीं है।
खसरा और रूबेला के लक्षण:
खसरा और रूबेला दोनों वायरल संक्रमण हैं जो सांस के द्वारा फैलते हैं। खसरे के लक्षणों में बुखार, खांसी, नाक बहना और लाल चकत्ते शामिल हैं वहीं रूबेला के लक्षणों में हल्का बुखार, सूजे हुए लिम्फ नोड्स और लाल चकत्ते शामिल हैं। यदि आपके बच्चे को खसरा या रूबेला के लक्षण दिखाई देते हैं, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
