सर्वजन दवा खाकर डीएम ने किया फाइलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम की शुरुआत

सर्वजन दवा खाकर डीएम ने किया फाइलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम की शुरुआत

  • 10-23 फ़रवरी तक घर घर जाकर आशा खिलाएँगी अल्बेंडाजोल और डीईसी की गोली
  • 24-27 फ़रवरी तक बूथ कार्यक्रम के माध्यम से खिलायी जाएगी दवा.
  • 02 वर्ष से कम उम्र के बच्चे, गर्भवती महिला एवं गंभीर बीमार को नहीं करना है दवा का सेवन

बेतिया। 10 फ़रवरी
फाइलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम के तहत समहरणालय सभागार में जिला पदाधिकारी दिनेश कुमार राय, डीडीसी सुमित कुमार तथा सिविल सर्जन डॉ विजय कुमार ने संयुक्त रूप से फाइलेरिया रोधी सर्वजन दवा का सेवन कर आगामी 17 दिनों तक चलने वाले सर्वजन दवा सेवन (एमडीए) कार्यक्रम का शुभारंभ किया, साथ ही लोगों से डीएम ने सभी स्वस्थ लोगों को भी दवा सेवन करने की अपील की। उन्होंने कहा कि सभी स्वस्थ व्यक्ति जो 2 वर्ष से ऊपर के हैं, उन्हें फाइलेरिया(हाथी पाँव) से सुरक्षित रहने के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा दी जा रही डीइसी एवं एल्बेंडाजोल की दवा का सेवन करना चाहिए। इस अवसर पर केंद्र एवं राज्य से कार्यक्रम का लाईव प्रसारण किया गया था, जहाँ डीएम सहित अधिकारी भी लाईव में जुड़े थें. मौके पर सिविल सर्जन डॉ विजय कुमार, अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. रमेश चंद्रा, डीभीडीसीओ डॉ नवल किशोर प्रसाद ने कार्यक्रम की विस्तृत जानकारी दी., उन्होंने बताया की जिले के 32 लाख लोगों को दवा खिलाने का लक्ष्य रखा गया है।डीभीडीसीओ डॉ एन. के. प्रसाद ने बताया कि पहले 10 से 23 फ़रवरी तक 14 दिन घर-घर जाकर आशा व स्वास्थ्य कर्मी अपने सामने दवा का सेवन कराएंगे उसके बाद 24 से 27 के बीच 3 दिन बूथ के माध्यम से स्कूल, आंगनवाड़ी केंद्र, पंचायत भवन, तथा अन्य भीड़ वाले स्थानों पर फाईलेरिया रोधी दवा खिलाएंगी. वही सिविल सर्जन ने कहा कि फाइलेरिया रोधी दवा सेवन करने के लिए प्रचार प्रसार कर जन समुदाय को जागरूक किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि किसी प्रकार की परेशानी होने पर घबराने की आवश्यकता नहीं है रैपिड रेस्पॉन्स टीम अथवा नजदीकी पीएचसी से सम्पर्क करें. किसी किसी व्यक्ति को हल्का साइड इफेक्ट हो सकता है। लोगों की सुरक्षा हेतु जिला एवं प्रखंड स्तर पर रैपिड रेस्पोंस टीम का गठन भी किया गया है।

खाली पेट नहीं खाना है सर्वजन दवा :

डीभीडीसीओ डॉ एनके प्रसाद ने बताया कि 02 से 5 वर्ष के बच्चों को 1 टैबलेट अल्बेंडाजोल और 1 टैबलेट डीईसी, 6 से 14 वर्ष के बच्चों को 1 टैबलेट अल्बेंडाजोल और 2 टैबलेट्स डीईसी और 15 वर्ष से अधिक उम्र के सभी लोगों को 1 टैबलेट अल्बेंडाजोल और 3 टैबलेट्स डीईसी की दवा खिलाई जाएगी। दवा का सेवन खाली पेट नहीं करना है। यह दवा दो वर्ष से कम उम्र के बच्चों, गर्भवती महिलाओं एवं गंभीर रूप से बीमार व्यक्ति को नहीं खानी है। उन्होंने बताया कि दवा सेवन के उपरांत कुछ लोगों में उल्टी, सर दर्द, जी मिचलाना जैसी शिकायतें हो सकती हैं जो स्वतः समाप्त हो जाती हैं। मौके पर सीएस डॉ विजय कुमार, अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी डॉ रमेश चंद्रा, डीभीडीसीओ डॉ एनके प्रसाद, जिला स्वास्थ्य समिति से डॉ आरश मुन्ना, डीपीएम अमित अचल, विनय कुमार सिंह पीरामल फाउंडेशन के जिला प्रतिनिधि राजू सिंह, अब्दुल्लाह अंसारी, श्याम सुंदर कुमार, भी. डी. सी. ओ. प्रशांत कुमार, गणेश कुमार गोप, सुशांत कुमार तथा स्वास्थ्य विभाग एवं अन्य विभाग के अधिकारी उपस्थित थे.

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