दवा खाकर जिलाधिकारी ने किया एमडीए अभियान का उद्घाटन
-प्रतिकूल प्रभाव पर घबराएं नही
-खाली पेट दवा न खाने की लोगों को सलाह
सीतामढ़ी। डुमरा स्थित राजकीय बुनियादी विद्यालय में जिला पदाधिकारी रिची पांडेय, सिविल सर्जन डॉक्टर अखिलेश कुमार, जिला शिक्षा पदाधिकारी प्रमोद कुमार साहू और जिला सूचना जन संपर्क पदाधिकारी कमल सिंह के द्वारा सर्वजन दवा सेवन (एमडीए) अभियान की शुरुआत विधिवत रूप से दीप प्रज्वलित कर और दवा का सेवन करते हुए की गई। दवा का सेवन करते हुए जिला पदाधिकारी ने बताया कि फाइलेरिया एक लाइलाज बीमारी है। लेकिन इससे बचाव बहुत ही आसान है। यदि पूरी योग्य आबादी वर्ष में एक बार दवा का सेवन करते हुए 4-5 वर्ष तक दवा का सेवन कर ले तो इस बीमारी से मुक्ति पाया जा सकता है। उन्होंने बताया कि 10 से 13 फरवरी तक जिले के सभी विद्यालयों में दवा का सेवन कराया जायेगा और 15 फरवरी से संबंधित दलों के द्वारा घर-घर जाकर दवा का सेवन कराया जायेगा। कभी कभी कुछ लोगों में इसका प्रतिकूल प्रभाव दिखता है, जिससे निबटने हेतु सभी प्रखंडों और शहरी क्षेत्रों में रैपिड रिस्पॉन्स टीम का गठन किया गया है।
सिविल सर्जन सीतामढ़ी ने बताया कि ऐसे लोगों में दवा का प्रतिकूल प्रभाव दिखता है, जिसमें माइक्रो फाइलेरिया का इन्फेक्शन बहुत ज्यादा रहता है।अतः इससे घबराना नहीं है, स्वतः थोड़ी देर में आराम हो जाएगा।
जिला शिक्षा पदाधिकारी ने सभी प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी और सभी विद्यालयों के प्रधानाध्यापक को निर्देश किया की दवा खिलाने वाले कर्मी को सहयोग प्रदान करते हुए, सभी शिक्षक और छात्रों को दवा का सेवन कराना सुनिश्चित करें।
इसी के साथ फाइलेरिया जागरूकता रथ को हरी झंडी दिखाते हुए जिला के विभिन्न प्रखंडों के लिए जिला पदाधिकारी एवं सिविल सर्जन के द्वारा रवाना किया गया।
साथ ही जिला पदाधिकारी के द्वारा फाइलेरिया से ग्रसित मरीजों को एमएमडीपी कीट बांटा गया।
मौके पर भीबीडी नियंत्रण कार्यालय के प्रिंस कुमार, पवन कुमार, राजू रमन, राकेश कुमार, शिवशंकर प्रसाद, पीरामल फाऊंडेशन से जिला लीड प्रभाकर कुमार और प्रोग्राम लीड रोहित कुमार, यूनिसेफ से अभिषेक कुमार और नवीन कुमार, विद्यालय के शिक्षकगण सहित अन्य स्वास्थ्यकर्मी उपस्थित थे।
