महुआ विधान सभा क्षेत्र के चेहरा कलां अंतर्गत अबाबकरपुर पंचायत में इफ्तार पार्टी में हज़ारों की संख्या में एकजुट हुए लोग
रिपोर्ट :नसीम रब्बानी, वैशाली बिहार

महुआ :(सेहत का खज़ाना) माह-ए-रमजन का आधे से ज्यादा रोजा पूरा हो चुका है, वही रोजा इफ्तार का सिलसिला भी रफ्तार पकड़ने लगा है। बृहस्पतवार को महुआ विधान सभा के चेहरा कलां अंतर्गत अबाबकरपुर में महुआ विधायक डॉ मुकेश रौशन द्वारा चौक स्थित मैदान परिसर में दावत-ए-इफ्तार पार्टी का आयोजन किया गया। इफ्तार पार्टी में हज़ारों की संख्या में रोजेदार सहित जनप्रतिनिधि,अधिकारी व कर्मचारी सहित स्थानीय लोग शरीक हुए। इफ्तार पार्टी में सांप्रदायिक सौहार्द का माहौल देखने को मिला। इफ्तार पार्टी में सभी समुदाय के लोगों ने एक साथ बैठकर इफ्तार किया।
बगल के मस्जिद में दी गई मगरीब नमाज की अजान सुनकर कतार में बैठे सभी लोगों ने सबसे पहले खजूर खाकर रोजा इफ्तार किया। इसके पूर्व इफ्तार पार्टी में उपस्थित सभी लोगों ने मुल्क की शांति, सौहार्द, अमन व चैन की दुआ मांगी। इफ्तार पार्टी में महुआ विधान सभा क्षेत्र के आम जनता के साथ साथ सामाजिक कार्यकर्ता, जान प्रतिनिधि, बुद्धिजीवी वर्ग एवं बच्चे शमिल हुए। मुखिया, सरपंच, पंचायत समिति, प्रखंड प्रमुख सहित मुस्लिम रोजेदार बड़ी संख्या में शामिल हुए
मुख्य रूप से महुआ विधान सभा प्रभारी सरफराज़ एजाज, जिला अध्यक्ष बैधनाथ सिंह चंद्रवंशी, युवा नेता तौशिफ रजा, महुआ प्रखंड अध्यक्ष मोहम्मद नसीम रब्बानी, चेहरा कला प्रखंड अध्यक्ष सुबोध राय, रामा शंकर यादव, विशाल गौरव,महुआ नगर अध्यक्ष श्रीकांत यादव, महुआ प्रखंड युवा अध्यक्ष रणविजय यादव, अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ महुआ प्रखंड अध्यक्ष शाहिल रजा, महुआ अनुमंडल अध्यक्ष प्रदीप यादव, मोहम्मद सद्दाम, डॉ आफताब आलम, पूर्व मुखिया अशोक यादव, मोहम्मद कलाम, मुखिया संभु यादव, भोला सिंह
के अलावे गणमान्य लोग उपस्थित रहे
रोजा इफ्तारी का फजीलत बताते हुए राजद के महुआ विधान सभा प्रभारी सरफराज़ एजाज ने बताया कि जिस आदमी ने किसी रोजेदार को इफ्तार करवाया तो उस आदमी को भी उतना ही शबाब मिलेगा जितना शबाब रोजेदार के लिए है। उन्होंने कहा कि जो रमजान के महीने में रोजेदार को इफ्तार कराता है। उसके गुनाहों की मगफिरत की जाती है। साथ ही रोजेदार के बराबर ही इफ्तार कराने वाले को शबाब मिलता है। रमजान का महीना लोगों के लिए काफी अजीम है। इस महीने में लोगों को ज्यादा से ज्यादा खुदा की इबादत करनी चाहिए। इस महीने में कुरान- ए- पाक का नाजिल हुआ था।