बिहार मोतिहारी सदर अस्पताल से एएनएम व स्वास्थ्य कर्मियों ने निकाली जागरूकता रैली

“विश्व जनसंख्या दिवस” के अवसर पर परिवार नियोजन के बारे में लोगों को जागरूक करने के उद्देश्य से डीएम ने सारथी रथ किया रवाना

  • सदर अस्पताल से एएनएम व स्वास्थ्य कर्मियों ने निकाली जागरूकता रैली
  • सभी 27 प्रखंडो के हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर किया जा रहा है लोगों को जागरूक

मोतिहारी। 11 जुलाई
“विश्व जनसंख्या दिवस” के अवसर पर लोगों को परिवार नियोजन के बारे में जागरूक करने के उद्देश्य से डीएम सौरभ जोरवाल, डीडीसी समीर सौरभ, सिविल सर्जन डॉ विनोद कुमार सिंह, डीपीएम ठाकुर विश्वमोहन, डीसीएम नंदन झा ने सारथी रथ रवाना किया।
वहीं सदर अस्पताल मोतिहारी से सैकड़ों की संख्या में एएनएम, जीएन एम व स्वास्थ्य कर्मियों ने जागरूकता रैली निकाल कर महिला व पुरुष नसबन्दी के बारे में जानकारी दी।
सारथी रथ रवाना करते हुए जिलाधिकारी ने कहा की बढ़ती जनसंख्या पर रोक लगाने के उद्देश्य से पूर्वी चंपारण जिला अंतर्गत सभी 27 प्रखंडो के स्वास्थ्य संस्थानों में जनसंख्या स्थिरता पखवाड़ा का आयोजन किया जाना है इसकी शुरुआत आज समाहरणालय परिसर से की गईं है।उन्होंने बताया की आशा, व अन्य स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा योग्य दम्पतियों से सम्पर्क किया जाएगा साथ ही विशेष अभियान चलाकर जिले में परिवार नियोजन के लक्ष्य प्राप्त करने का प्रयास किया जाएगा। सिविल सर्जन डॉ विनोद कुमार सिँह ने कहा की जनसंख्या स्थिरीकरण के प्रति जागरूकता उत्पन्न करना, परिवार नियोजन कार्यक्रम अंतर्गत उपलब्ध सेवाओं की जानकारी आमजन तक पहुंचाना तथा योग्य दम्पतियों को इच्छित सेवा प्रदान करना ही हमारा लक्ष्य है।उन्होंने बताया की जनसंख्या स्थिरता पखवाड़ा के बेहतर प्रबंधन एवं अन्य विभागों से समन्वय हेतु जिला स्तर पर समन्वय बैठक का आयोजन किया जा रहा है। उन्होंने कहा की समुदाय स्तर पर आमजन को उत्प्रेरित करने व प्रचार – प्रसार करने में आशा, आंगनबाड़ी सेविका, जीविका दीदी, विकास मित्र आदि जागरूकता में अपनी भूमिका निभाएंगे।

दो बच्चों के बीच तीन साल का अंतर होना जरूरी:

डीसीएम नंदन झा ने कहा की 11 से 31 जुलाई तक जनसंख्या स्थिरता पखवाड़ा के दौरान स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा बैनर, पोस्टर, माइकिंग द्वारा लोगों को सही उम्र में शादी, पहले बच्चे में देरी, बच्चों के बीच सही अंतर तथा छोटा परिवार के लाभ के बारे में जागरूक किया जा रहा है ।वहीं गर्भनिरोधक उपायो को अपनाने हेतु भी परामर्श दिया जा रहा है ।सभी 27 प्रखंडो के हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर परिवार नियोजन सेवाओं के तहत् प्रदान की जाने वाली सेवा यथा- कॉपर-टी, गर्भनिरोधक सूई/ एमपीए बंध्याकरण एवं नसबंदी की सेवा प्रदान करने पर विशेष रूप से ध्यान केंद्रित किया जाएगा।इसके सफल संचालन हेतु सांसद, विधायक, पंचायती राज संस्था के सदस्य, शहरी स्थानीय निकाय, स्वास्थ्य कर्मी एवं सिविल सोसायटी के सदस्य के साथ ही प्रिंट एवं इलेक्ट्रॉनिक, डिजिटल मीडिया चैनलों का सहयोग लिया जाएगा। उन्होंने बताया की महिला बंध्याकरण का लक्ष्य 2150, पुरुष नसबन्दी 160, आयुसीडी 4745, अंतरा सुई 5500, माला 93 हजार 680, कंडोम 02 लाख 34 हजार 200. इसीपी 40 हजार 840, छाया टेबलेट 93 हजार 680 है।

सभी सरकारी अस्पतालों में महिला बंध्याकरण व पुरुष नसबन्दी निःशुल्क कराई जाती है:

डीपीएम ठाकुर विश्वमोहन ने कहा कि सरकारी अस्पतालों में महिला बंध्याकरण व पुरुष नसबन्दी निःशुल्क कराई जाती है। उन्होंने कहा कि महिला बंध्याकरण से पुरुष नसबंदी की प्रक्रिया सरल है। पुरुष नसबंदी को लेकर समाज में कई प्रकार का भ्रम फैला हुआ है। इस भ्रम को तोड़ना होगा। छोटा परिवार सुखी परिवार की अवधारणा को साकार करने के लिए पुरुष को आगे बढ़कर जिम्मेदारी उठाने की जरूरत है। नसबंदी के लिए पुरुष लाभार्थी को 3000 रुपए एवं महिला बंध्याकरण के लिए लाभार्थी को 2000 रुपए की प्रोत्साहन की राशि लाभार्थियों के खाते में भेजी जाती है। मौके पर डीडीसी समीर सौरभ,सीएस डॉ विनोद कुमार सिँह, जिला सुचना जनसंपर्क पदाधिकारी ज्ञानप्रकाश, डीपीएम ठाकुर विश्वमोहन, डीसीएम नंदन झा, पीएसआई डीसी अमित कुमार, पिरामल डीसी मुकेश कुमार, सिफार डीसी सिद्धांत कुमार, सी 3 डीसी आदित्य कुमार, अरविन्द कुमार व अन्य स्वास्थ्य कर्मी उपस्थित थें।

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