ईश्वर अल्लाह तेरो नाम… सब को सन्मति दे भगवान ….!!
दिनांक 29.12.24
गायिका देवी को महात्मा गांधी के भजन गाने से रोकना और अब धमकी निंदनीय और शर्मनाक …!!
लेखकों- रंगकर्मियों- कलाकारों – साहित्यकारों एवं कल्चरल एक्टिविस्ट ने इसे धर्म के नाम पर उन्माद ,धर्म विशेष का जहरीला प्रचार और गांधी के विचारों की हत्या बताया : ।
सांझी संस्कृति सांझी विरासत मंच के संयोजक , कल्चरल एक्टिविस्ट एवं सद्भावना मंच के संयुक्त सचिव मोहम्मद इश्तेयाक ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा कि हम लेखक, रंगकर्मी और कलाकर ,समाजिक कार्यकर्ता एवं कल्चरल एक्टिविस्ट “रघुपति राघव राजा राम, सबको सन्मति दे भगवान “… जैसा पवित्र गीत गाए जाने पर उपद्रवी, उन्मादी और सांप्रदायिक तत्वों द्वारा हंगामा कर, लोक गायिका देवी को माफी मांगने पर मजबूर करने एवं धमकी देने को लेकर स्तब्ध हैं । पटना बापू सभागार में बापू एवं गांधी विचारधार के विरोध में घटित इस अभूतपूर्व और निंदनीय घटना ने राज्य में कला, संस्कृति से जुड़े लोगों को सकते में डाल कर दिया है।
लोकप्रिय लोक गायिका देवी पर दबाव और धमकी देकर माफी मांगने के लिए मजबूर करने की जितनी भी निंदा की जाए कम है। वहां मौजूद लोगों का बहुमत कुछ असामाजिक तत्वों के आगे चुप रहा है यह भी बहुत विचलित करने वाली बात है। मोहम्मद इश्तेयाक ने कहा कि महात्मा गांधी की हत्या करने के बाद भी बापू आज हमारे बीच अमर है तो अब उनके विचारधारा की हत्या करने का हर संभव प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि समाज कैसे कुछ हिंसक तत्वों के आगे बेबस और निष्क्रिय होता जा रहा है ।
गायिका देवी द्वारा महात्मा गांधी द्वारा लोकप्रिय बनाए गए भजन को गाने को लेकर भाजपा के अतिवादी तत्वों ने गीत के ‘अल्लाह’ शब्द को लेकर जिस हिंसक ढंग से हस्तक्षेप किया गया वह हमें बताता है कि किस प्रकार एक धर्म विशेष को लेकर नफरत एवं उन्माद समाज के भीतरी परतों में प्रवेश कर गया है।
उन्होंने कहा कि चंद लोगों द्वारा की गई यह शर्मनाक हरकत रंगकर्मियों और कलाकारों की सृजनात्मक स्वतंत्रता का हनन है। पिछले कुछ वर्षों से लगातार अभिव्यक्ति की इस स्वतंत्रता पर हमले हो रहे हैं। हमला करने वाले तत्वों को सत्ता का संरक्षण भी मिलता रहा है।
मोहम्मद इश्तेयाक ने अफसोस जताते हुए कहा कि सबसे दुखद बात यह है कि यह सारा घटनाक्रम भाजपा नेताओं- नीतीश सरकार के उप मुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा,सांसद रविशंकर प्रसाद,पूर्व मंत्री अश्वनी चौबे , सांसद संजय पासवान, सी पी ठाकुर की मौजूदगी में हुआ। असामाजिक तत्वों के आगे इन जनप्रतिनिधियों ने भी शर्मनाक चुप्पी साध ली बल्कि उनके समर्थन में धार्मिक उन्मादी नारे भी लगाए।
पूरे बिहार के हम सभी 88 लेखक, रंगकर्मी ,कवि , साहित्यकार, कलाकार, सामाजिक कार्यकर्ता एवं कल्चरल एक्टिविस्ट नीतीश सरकार से मांग करते हैं कि गायिका के साथ बदसलूकी करने वाले एवं धमकी देने वाले तत्वों को चिन्हित कर अविलंब कारवाई की जाए। ताकि आगे से कोई ऐसी हरकत करने वालों का मनोबल न बढ़े ।
- आलोकधन्वा ( प्रख्यात कवि )
- मोना झा ( वरिष्ठ अभिनेत्री )
- तनवीर अख्तर ( वरिष्ठ नाट्य निर्देशक )
- कुणाल ( वरिष्ठ नाट्य निर्देशक, मैथिली)
- संतोष दीक्षित ( कथाकार)
- सुधीर सुमन ( कवि , आलोचक)
- अनिल अंशुमन ( रंगकर्मी व जन गायक)
- जावेद अख्तर ( वरिष्ठ अभिनेता)
- रणधीर कुमार ( नाट्य निर्देशक)
- राजेश कमल ( कवि) ,
- अंचित ( कवि ) ,
- गुंजन उपाध्याय पाठक ( कवि)
- शिरीष पाठक ( कवि )
- जितेंद्र कुमार (कवि और आलोचक) ,
- सुरेश कांटक ( कथाकार) ,
- डॉ. विंध्येश्वरी ( कथाकार और रंगकर्मी )
- सुमन कुमार सिंह ( कवि )
- जितेंद्र विद्रोही ( गीतकार )
- सुनील कुमार चौधरी ( कवि )
- अरविंद अनुराग ( कवि )
- प्रीति प्रभा ( संस्कृतिकर्मी )
- ग़ालिब ( सामाजिक कार्यकर्ता )
- समता ( रंगकर्मी और गायिका)
- प्रशांत विप्लवी ( कवि)
- उपांशु ( कवि)
- अनीश अंकुर ( वरिष्ठ रंगकर्मी, लेखक )
- अंजली शर्मा ( अभिनेत्री )
- जयप्रकाश ( रंगकर्मी )
- राकेश राय ( फिल्म अभिनेता )
- मो. जफ़र ( रंगकर्मी )
- गौतम गुलाल ( रंगकर्मी व फ़िल्म अभिनेता )
- मनोज कुमार ( रंगकर्मी )
- राजू कुमार ( नाट्य निर्देशक )
- नवाब आलम ( वरिष्ठ रंगकर्मी, खगौल )
- विवेक कुमार ( अभिनेता /रंगकर्मी )
- पीयूष ( अभिनेता व गायक )
- क्षितिज प्रकाश ( वरिष्ठ रंगकर्मी )
- विनोद कुमार वीनू ( वरिष्ठ रंगकर्मी)
- तेजनारायण कुमार ( युवा रंगकर्मी )
- कृष्णा यादव उर्फ ‘छोटा लालू’ ( रंगकर्मी )
- पप्पू ठाकुर ( वरिष्ठ रंगकर्मी )
- प्रवीण कुमार ( रंगकर्मी, दरभंगा )
- प्रकाश बंधु ( वरिष्ठ रंगकर्मी, दरभंगा)
- पुनीत ( रंगकर्मी व गायक)
- कुमार सर्वेश ( लेखक व शिक्षाविद)
- मृत्युंजय प्रसाद ( रंगकर्मी )
- संतोष पांडे ( रंगकर्मी, आरा )
- अभिषेक आर्या ( युवा रंगकर्मी)
- सिकंदर-ए -आज़म ( रंगकर्मी व फिल्म अभिनेता)
- रमेश प्रभात ( रंगकर्मी)
- रणधीर कुमार ( युवा रंगकर्मी )
- राजू मिश्रा ( वरिष्ठ रंगकर्मी व गायक )
- सागर सिंह ( रंगकर्मी, दरभंगा )
- सूर्य प्रकाश (रंगकर्मी),
- अमित मेहता (रंगकर्मी)
- संजय कुमार सिंह ( वरिष्ठ रंगकर्मी व निर्देशक )
- सुरेश कुमार हज्जू ( वरिष्ठ रंगकर्मी और नाट्य निर्देशक )
- गजेंद्रकांत शर्मा ( लेखक और आलोचक)
- आजाद हुसैन ( रंगकर्मी )
- विजय कुमार सिंह ( संपादक, प्राच्य प्रभा)
- कुलभूषण गोपाल ( लेखक)
- सुजीत कुमार ( लेखक)
- राज कुमार ( युवा रंगकर्मी )
- प्रवीण कुमार सप्पू ( वरिष्ठ रंगकर्मी व फिल्म अभिनेता )
- दीपक सिन्हा ( वरिष्ठ रंगकर्मी व नाटककार, बेगुसराय)
- राकेश रंजन ( वरिष्ठ अभिनेता व नाट्य निर्देशक)
- सोनू कुमार
( रंगकर्मी) - जीशान फ़ज़ल ( रंगकर्मी)
- विशाल कुमार ( रंगकर्मी)
- साहिबा मालिक ( रंगकर्मी)
- अभय सिन्हा ( वरिष्ठ रंगकर्मी व नाट्य निर्देशक)
- ऐनाक्षी -डे -विश्वास ( अभिनेत्री )
- हरिशंकर रवि ( रंगकर्मी )
- मो. बबलू (रंगकर्मी )
- ब्यूटी रंजना (गायिका , पूर्णिया)
- कुमार मुकुल (कवि)
- श्रीकांत (लेखक व पत्रकार )
- नवनील (पत्रकार)
- रौशन कुमार ( लेखक)
- कमलेश जी ( वरिष्ठ रंगकर्मी )
- सुशील देव ( वरिष्ठ रंगकर्मी )
- अजीत कुमार ( रंगकर्मी )
- राजीव रंजन ( कवि व लेखक)
- राम कुमार मोनार्क ( वरिष्ठ रंगकर्मी)
- सोनू कुमार ( रंगकर्मी, नौबतपुर )
- प्रो. सुरेंद्र प्रसाद सुमन (आलोचक व निदेशक, मिथिला संस्कृत शोध संस्थान, दरभंगा )
- डॉ. रामबाबू आर्य (वरिष्ठ चिंतक)
- राजू रंजन ( जनगायक )
मोहम्मद इश्तेयाक
सोशल एंड कल्चरल एक्टिविस्ट
संयोजक , साझी संस्कृति साझी विरासत मंच, मुजफ्फरपुर ।
संयुक्त सचिव, सद्भावना मंच मुजफ्फरपुर।