राष्ट्रीय सेवा योजना के करीब 30,000 स्वयंसेवक करेंगे एमडीए अभियान में सहयोग
•एमडीए अभियान में युवाओं की सहभागिता सुनिश्चित करने के लिए रणनीति पर हुई चर्चा
•राज्य फ़ाइलेरिया कार्यालय, एनएसएस एवं पीसीआई इंडिया के तत्वावधान में कार्यशाला का हुआ आयोजन
पटना- राष्ट्रीय सेवा योजना के करीब 30,000 स्वयंसेवक आगामी एमडीए अभियान में अपना सहयोग करेंगे. इस बाबत पटना स्थित निजी होटल में कार्यशाला आयोजित कर एमडीए अभियान में युवाओं की सहभागिता सुनिश्चित करने के लिए रणनीति पर चर्चा के लिए 13 जिलों के कॉलेज के कार्यक्रम प्रबंधक एवं कार्यक्रम समन्वयक के लिए कार्यशाला का आयोजन किया गया. कार्यशाला को संबोधित करते हुए राष्ट्रीय सेवा योजना ( एनएसएस ) के क्षेत्रीय निदेशक गिरिधर उपाध्याय ने कहा आगामी एमडीए अभियान में राष्ट्रीय सेवा योजना के स्वयंसेवक जनमानस को दवा खिलाने में अपना सहयोग करेंगे. उन्होंने कहा कि एनएसएस का मूल उद्देश्य “मैं नहीं,आप” है और इसी उद्द्देश्य को ध्यान में रखते हुए स्वयंसेवक पूरे अभियान के पहले एवं अभियान के दौरान जनमानस को दवा खिलाने के लिए प्रेरित एवं जागरूक करेंगे. कार्यशाला में एनसीवीबीडीसी, भारत सरकार की संयुक्त निदेशक, डॉ. छवि पन्त जोशी, अपर निदेशक सह राज्य कार्यक्रम पदाधिकारी, फ़ाइलेरिया, डॉ. परमेश्वर प्रसाद, विश्व स्वास्थ्य संगठन के राज्य एनटीडी कोऑर्डिनेटर डॉ. राजेश पांडेय, पीसीआई इंडिया की वरीय निदेशक, फ़ाइलेरिया राजश्री दास सहित सहयोगी संस्थाओं के प्रतिनिधि एवं अन्य मौजूद रहे.
युवाओं की भागीदारी आवश्यक:
कार्यक्रम में उपस्थित डॉ. छवि पन्त जोशी, संयुक्त निदेशक, एनसीवीबीडीसी, भारत सरकार ने बताया कि फाइलेरिया नेग्लेक्टेड ट्रॉपिकल डिजीज में एक प्रमुख रोग है. विश्व के 72 देशों में 85.9 करोड़ आबादी फाइलेरिया के खतरे में हैं. वहीं, राज्य के सभी 38 जिले इससे प्रभावित है. उन्होंने कहा कि फाइलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम के अंतर्गत आयोजित होने वाले मास ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन कार्यक्रम की सफलता में युवाओं की महत्वपूर्ण भूमिका है. फाइलेरिया प्रभावित क्षेत्रों में युवाओं के प्रयास से राज्य शीघ्र ही फाइलेरिया मुक्त होगा.
अपर निदेशक सह राज्य कार्यक्रम पदाधिकारी, फ़ाइलेरिया, डॉ. परमेश्वर प्रसाद ने कहा कि एमडीए अभियान के दौरान युवा शक्ति कार्यक्रम को सफल बनाने में रीढ़ की हड्डी साबित होगी. विश्व स्वास्थ्य संगठन के राज्य एनटीडी कोऑर्डिनेटर डॉ. राजेश पांडेय ने उपस्थित लोगों को फ़ाइलेरिया के बारे में पूरी जानकारी दी. बिल एंड मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन की डॉ. जयंती सिंह ने कहा कि युवा शक्ति अहम् भूमिका निभा सकती है. राष्ट्रीय सेवा योजना के स्वयंसेवक एमडीए अभियान में अपना बहुमूल्य सहयोग दे सकते हैं.
पीसीआई इंडिया की वरीय निदेशक, फ़ाइलेरिया राजश्री दास ने उपस्थित कार्यक्रम प्रबंधक एवं कार्यक्रम समन्वयक के साथ एमडीए अभियान में सहयोग के कार्ययोजना पर विस्तार से चर्चा की. उन्होंने उपस्थित लोगों से उनकी तैयारियों के बारे में जाना एवं अभियान को सहयोग करने के लिए विभिन्न आयाम के बारे में बताया.
सिफार के किशोर केशव ने कॉलेज के अधिकारीयों के साथ जागरूकता कार्यक्रम आयोजित करने के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा की. उन्होंने जन जागरूकता के लिए नुक्कड़ नाटक के महत्त्व के बारे में बताया. फ़ाइलेरिया पेशेंट नेटवर्क के सदस्य महावीर प्रसाद ने कार्यक्रम में फ़ाइलेरिया से अपनी जंग के अनुभव साझा किया और नेटवर्क के सदस्यों द्वारा अभियान को सहयोग करने की प्रतिबद्धता जताई.
जीएचएस के दीपक मिश्रा ने कार्यक्रम का संचालन किया एवं सोशल मीडिया पर प्रभावी पोस्ट करने के गुर कॉलेज के कार्यक्रम प्रबंधक एवं कार्यक्रम समन्वयक बताये. उन्होंने बताया कि किस तरह से एक प्रभावी पोस्ट सोशल मीडिया पर बनाकर डाला जा सकता है जिसे लोग देखें और आगे शेयर करें.
पीसीआई इंडिया की राज्य कार्यक्रम पदाधिकारी डॉ. पंखुड़ी मिश्रा ने कार्यशाला के समापन की घोषणा की एवं शामिल होने के लिए सभी को धन्यवाद ज्ञापित किया. उन्होंने बताया कि पिछले फ़रवरी राउंड के दौरान राष्ट्रीय सेवा योजना के करीब स्वयंसेवकों द्वारा करीब 4.5 लाख युवाओं को दवा सेवन करने के लिए प्रेरित किया गया था. उन्होंने बताया कि फ़रवरी 2023 से फ़रवरी 2024 के दौरान स्वयंसेवकों ने गाँव एवं स्लम बस्तियों में दवा खाने से इंकार करने वाले लोगों को समझकर दवा सेवन के लिए प्रेरित किया एवं कई जागरूकता कार्यक्रमों में सहयोग किया.