स्वास्थ्य विभाग बिहार सरकार के अंतर्गत जिला प्रबंधक कार्यक्रम पधाधिकारी विवेक कुमार (DPM) सात साल बीत जाने के बाद भी तबादला क्यों नही।कही आला अधिकारी यह सफेद पोश का संरक्षण तो नही।
पटना:ट्रांसफर के सालों बाद बीत जाने के बाद भी रिलीव नहीं करने का सिलसिला का चल रहा खेल।
सरकार द्वारा स्थानांतरण आदेश के बाद भी विभागों में अफसर जमे हुए रहते हैं। सरकार ने इस आदेश पर पहले ही सर्कुलर जारी करते हुए संबंधित अफसरों को एकतरफा रिलीव करने का आदेश जारी किया था। इसके बाद भी स्वास्थ्य विभाग के जिला कार्यक्रम पदाधिकारी विवेक कुमार (DPM) का तबादला अब तक क्यों नही। इसके बाद भी कुछ कर्मचारियों को अफसरों को विभागाें ने रिलीव नही किया।
सरकार ने विभागों में किसी भी अफसर की पदस्थापना के अधिकतम तीन साल का नियम तय किया है। यह अवधि गुजर जाने के बाद अफसरों को सरकार के स्थानांतरण आदेश से तय जगहों पर जाना ही होता है। इसके पीछे सरकार का उद्देश्य सरकार काम में पारदर्शिता लाना है लेकिन कई विभागों में ऐसा नहीं होता। सरकार के आदेश की उन्हीं के अफसर अनदेखी कर रहे हैं। ऐसा अक्सर दो कारणों से होता है। यदि सरकार के तबादला आदेश के बाद कोई अधिकारी कोर्ट से स्टे नहीं लिया है तब भी वह अपने अपने पद पर जमा है। इसका सीधा सा मतलब यही होता है उसने अपने उच्च अधिकारी से सेटिंग कर ली है। इसी वजह से वह विभाग से रिलीव नहीं हो रहा है। दूसरा यह होता है कि वह रिलीव तो हो गया लेकिन तबादला के बाद तय जगह पर उसने ज्वाइनिंग नहीं ली।सबकुछ जानकर ध्यान देने को तैयार नहीं है अफसर, इसके कारण जारी है मनमानी, इससे साफ साबित प्रत्रित मालूम होता है प्राप्त जानकारी के अनुसार अफसरों की मिलीभगत का आरोप।