दलालों के भरोसे चल रहा, पटना सिटी राजस्व कर्मचारी का कार्यालय.
पटना सिटी (बिहार )राजस्व कर्मचारी का कार्यालय असली, कागजात भी असली; लेकिन काम करने वाले हैं बाहरी.
राजस्व कर्मचारियों के कार्यालय में दलालों का जमावड़ा लग रहा है। बल्कि कार्यालय के सभी कागजातों के कथित कस्टोडियन भी हैं। इन्हें जितनी कागजात की समझ रहती है शायद उतनी राजस्व कर्मचारी को भी नहीं होती है। राजस्व कर्मचारी कार्यालय में हस्ताक्षर को छोड़ कर सभी काम दलाल ही करते हैं। एक कर्मचारी के कार्यालय में एक-दो नहीं चार-पांच लोग काम कर रहे हैं।
जितना रिपोर्ट होता है उसे भरना, जांच करना, दाखिल-खारिज के बाद रजिस्टर पर नया जमाबंदी कायम करना, जमाबंदी घटना सहित सभी काम इन्हीं लोगों द्वारा किया जाता है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार
अंचलाधिकारी पटना सिटी ममता रानी के द्वारा आदेशो को ताख पर रख कर कार्य किया जाता है.
राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग के मंत्री के आदेशों को ताख पर रखकर किया जा रहा है कार्य। ममता रानी अंचलाधिकारी पटना सिटी के द्वारा पांच से सात बार लगातार दौड़ाने के बाबजूद भी अंचलाधिकारी के द्वारा किया जा रहा है नजरअंदाज। कही पैसे का खेला तो नही। कई महीने बीत जाने के बाद भी दाखिल खरिज और परिमार्जन पहुच से बाहर।
वरीय पदाधिकारी एवं सरकार के द्वारा जाँच किया जाये तो सारा हक़ीक़त सामने आ जाये गा.
